वोटिंग से पहले आया होता राफेल पर फैसला तो फिर क्या होता जनादेश?
राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट का अगर ये फैसला वोटिंग से पहले आ गया होता तो क्या जनता का क्या फैसला होता?.
नई दिल्ली, जेएनएन। राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट का अगर ये फैसला वोटिंग से पहले आ गया होता तो क्या जनता का क्या फैसला होता?. ये सवाल सिर्फ काल्पनिक नहीं है, बल्कि सोशल मीडिया बकायदा इसको लेकर बहस छिड़ गई है।
बहुत से लोगों का मानना है कि अगर ऐसा हुआ तो जनादेश में काफी अंतर देखने को मिलता और ये भी संभव था कि नजदीकी मुकाबले में भाजपा एक बार फिर से बाजी मार ले जाती। नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही सोशल मीडिया पोस्ट्स पर जो इस सवाल का जवाब दे रहे हैं।
प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा-
प्रभात झा लिखते हैं-
राजकिशोर लिखते हैं-
गोपाल लिखते हैं-
गुंजेश गौतम झा लिखते हैं-