भाजपा से नाराज वरिष्ठ नेता खड़से, बोले- पार्टी में उपेक्षा जारी रही तो दूसरे विकल्पों पर करूंगा विचार

खडसे ने कहा कि कई साल हो गए उन्हें पार्टी की कोर कमेटियों और निर्णायक समिति की बैठकों से बाहर रखा जा रहा है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 05:25 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 05:25 PM (IST)
भाजपा से नाराज वरिष्ठ नेता खड़से, बोले- पार्टी में उपेक्षा जारी रही तो दूसरे विकल्पों पर करूंगा विचार
भाजपा से नाराज वरिष्ठ नेता खड़से, बोले- पार्टी में उपेक्षा जारी रही तो दूसरे विकल्पों पर करूंगा विचार

जलगांव, पीटीआइ। महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्य के पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से ने शनिवार को खुलकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर भाजपा में उनकी उपेक्षा जारी रही तो वह दूसरे विकल्पों पर विचार करेंगे।

खड़से ने यह भी कहा कि उन्होंने भाजपा नेतृत्व को पार्टी विरोधी गतिविधियों का साक्ष्य सौंपा है, जिसके कारण 21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उनकी बेटी रोहिणी और कई अन्य प्रत्याशियों को हार मिली। खड़से ने यहां भाजपा की उत्तर महाराष्ट्र कोर कमेटी की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कई साल हो गए उन्हें पार्टी की कोर कमेटियों और निर्णायक समिति की बैठकों से बाहर रखा जा रहा है।

उन्होंने कहा, 'मैं भगवान नहीं हूं। भावुक आदमी हूं। मैं उस पार्टी को नहीं छोड़ना चाहता जिसे आगे बढ़ाने में चार दशक मेहनत की है। मैं अब भी पार्टी के लिए काम करने को तैयार हूं, लेकिन निर्णय लेने वाली समिति से दूर रखा जाता रहा तो मुझे दूसरे विकल्पों पर विचार करना होगा।'

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेताओं को पार्टी में हाशिये पर लाए जाने संबंधी बयान पर खड़से ने कहा, 'यह मैं नहीं कह रहा, बल्कि पार्टी के कार्यकर्ता ऐसा महसूस कर रहे हैं। ओबीसी और बहुजन समाज नेताओं ने पार्टी को कड़ी मेहनत और खून से सींचकर बड़ा किया है। पार्टी नेतृत्व को कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ध्यान रखते हुए उचित कदम उठाना चाहिए। मुझे बदनाम किया गया और सभी प्रकार की जांच बैठाई गई। अगर मैं दोषी हूं तो कार्रवाई करें, लेकिन मुझे जानबूझकर बदनाम किया गया।' बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि उन्होंने खड़से को आश्वस्त किया है कि जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में बनी सरकार में खड़से वरिष्ठ मंत्री थे, लेकिन भूमि संबंधी अनियमितता में उनके परिवार की संलिप्तता का आरोप लगने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।

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