लखीमपुर खीरी हिंसा पर राबर्ट वाड्रा बोले, प्रियंका जैसे शख्सियत को आप नहीं रोक सकते, सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
राबर्ट वाड्रा ने सोमवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनकी पत्नी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से लखीमपुर खीरी में हिंसा के पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने के लिए जाते समय पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और दुर्व्यवहार किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा ने सोमवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनकी पत्नी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से लखीमपुर खीरी में हिंसा के पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने के लिए जाते समय पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और दुर्व्यवहार किया। राबर्ट वाड्रा ने कहा कि वह और उनका परिवार देश के लोगों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगा। उन्होंने सरकार पर सिस्टम के खिलाफ असहमति जताने वाले लोगों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
यूपी पुलिस पर प्रियंका के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया
राबर्ट वाड्रा ने कहा कि आप प्रियंका गांधी जैसे शख्सियत को नहीं रोक सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस ने उनकी पत्नी को धक्का दिया, जब वह लखीमपुर खीरी जा रही थीं। उन्होंने कहा कि मैंने कल रात देखा कि कैसे प्रियंका को चारों ओर पुलिस के द्वारा धकेला गया। इससे उनके हाथ मुड़ गए। पुलिस ने उनके कपड़े को पकड़ लिया। पुलिस के पास मौके के कोई वारंट नहीं था। वह केवल लखीमपुर खीरी में हिंसा के पीड़ितों के परिवारों से मिलने की कोशिश कर रही थी, जिन्होंने वारदात में अपनी जान गंवाई।
उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्र सरकार में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मैंने टेलीविजन पर देखा कि कैसे उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की जा रही थी। जबिक यह सरकार इस देश में महिला सुरक्षा की बात करती है। वाड्रा ने कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत दुख हुआ है कि सरकार को किसानों को उनके मुद्दे पर ध्यान दिलाने के लिए जान गंवानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को विरोध करना पड़ रहा है क्योंकि लंबे समय से उनकी कोई नहीं सुन रहा था।
गांधी परिवार हमेशा भारत के लोगों के लिए खड़ा है
पीड़ित परिवारों के लिए योगी सरकार द्वारा घोषित मुआवजे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, क्या मरना पड़ेगा सुना जाने के लिए? अब उत्तर प्रदेश सरकार मुआवजा दे रही है, लेकिन व्यक्ति के मरने के बाद एक निश्चित राशि देना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग केवल सुनना चाहते हैं। वाड्रा ने आगे आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार एक आर्थिक आपदा पैदा कर रही है। ऐसे मौके पर उनका 'परिवार' हमेशा भारत के लोगों के लिए खड़ा रहा है। जब उनकी (किसान) नहीं सुनी जाती है, तो ऐसी स्थिति हो जाती है। मेरी पत्नी और उनका परिवार हमेशा किसानों के मुद्दे उठता है और वे भारत के लोगों के लिए लड़ते हैं जो इस सरकार द्वारा बनाई गई आर्थिक आपदा से अनसुने, परेशान और सबसे अधिक प्रभावित हैं।
पिछले सात-आठ सालों से किया जा रहा परेशान
वाड्रा ने सरकार पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले सात-आठ साल मैं इस सरकार से परेशान रहा। उन्होंने जो किया वह पूरी तरह से गलत है, लेकिन मैं उठकर लोगों के लिए लड़ता हूं। उन्होंने कहा कि रविवार को देर रात जाने के बाद मैं, मेरा बेटा और बेटी हमेशा प्रियंका के लिए चिंता करते हैं। उस समय बहुत बारिश हो रही थी और उन्होंने कहा कि वह वहां ड्राइव कर जाना चाहती थीं।
कई कांग्रेस नेताओं की नजरबंदी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि आप कब तक किसी को गिरफ्तार कर सकते हैं? वे उठेंगे और वे लोगों के लिए लड़ेंगे। हमारे पास भारत में हर किसी के पीड़ित होने की पर्याप्त घटनाएं हैं। कोई भी अपनी आवाज उठाता है तो सरकार अपनी एजेंसी का उपयोग करती है।