Madhya Pradesh : कांग्रेस राज्यसभा उपचुनाव में नहीं उतारेगी उम्मीदवार, निर्विरोध चुने जा सकते हैं मुरुगन
मध्यप्रदेश से राज्यसभा उपचुनाव में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है इससे केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन (L Murugan) की निर्विरोध निर्वाचित होने की संभावना प्रबल हो गई है।
भोपाल, पीटीआइ। मध्यप्रदेश से राज्यसभा उपचुनाव में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है इससे केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन (L Murugan) की निर्विरोध निर्वाचित होने की संभावना प्रबल हो गई है। चार अक्टूबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने मुरुगन को मध्यप्रदेश से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के इस्तीफे के बाद राज्यसभा की यह सीट जुलाई में खाली हुई थी।
गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है। मालूम हो कि मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। इनमें से भाजपा के 125, कांग्रेस के 95, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं। तीन सीटें अभी भी खाली हैं। मध्य प्रदेश से राज्यसभा की 11 सीटें हैं जिनमें से भाजपा के पास सात और कांग्रेस के पास तीन सीटें हैं। राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 22 सितंबर है जबकि 27 सितंबर तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश में एक सीट पर होने जा रहे राज्यसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस से किसी भी उम्मीदवार को नहीं उतारने का फैसला किया है। वहीं प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुरुगन का राज्यसभा में निर्वाचित होना लगभग तय है। मालूम हो कि एल मुरुगन (L Murugan) को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मंत्रिपरिषद में शामिल किया है।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा की इस सीट के लिए मुरुगन (L Murugan) के नाम के एलान से पहले कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य और उमा भारती का नाम चल रहा था। मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को राज्यसभा उप चुनाव के लिए असम से उम्मीदवार बनाया गया है। असम में बिस्वजीत दैमारी के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद वहां से राज्यसभा की एक सीट खाली हुई थी।