Rajasthan Political Crisis : गुजरात से रवाना हुए राजस्थान BJP के विधायक, राष्ट्रपति शासन की मांग

राजस्थान भाजपा के छह विधायक गुजरात से अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए हैं। इस बीच भाजपा ने राष्ट्रपति शासन की मांग की है। जानें कहां पहुंची राजस्‍थान की सियासी लड़ाई...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 06:03 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:03 AM (IST)
Rajasthan Political Crisis : गुजरात से रवाना हुए राजस्थान BJP के विधायक, राष्ट्रपति शासन की मांग
Rajasthan Political Crisis : गुजरात से रवाना हुए राजस्थान BJP के विधायक, राष्ट्रपति शासन की मांग

अहमदाबाद/जयपुर (पीटीआइ/जेएनएन)। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाले राज्य के छह भाजपा विधायक गुजरात से अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए। राजस्थान में 14 अगस्त से शुरू होने वाले अहम विधानसभा सत्र से पहले भाजपा विधायकों का गुजरात दौरा चर्चा में था। विधायक शनिवार की शाम सोमनाथ से पोरबंदर पहुंचे थे। उनमें से एक ने आरोप लगाया था कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार विपक्षी विधायकों का उत्पीड़न कर रही है। वे मानसिक शांति के लिए सोमनाथ आए थे। इस बीच भाजपा ने राष्ट्रपति शासन की मांग की है।

विधायकों ने छोड़ा गेस्‍ट हाउस

गिर सोमनाथ के भाजपा महासचिव मानसिंह परमार ने कहा, 'विधायक गेस्टहाउस से सुबह ही रवाना हो गए। वे कहां गए, इसकी हमें जानकारी नहीं है।' गेस्टहाउस सूत्रों के अनुसार, छह विधायक निर्मल कुमावत, गोपीचंद मीणा, जब्बर सिंह सांखला, धर्मवीर मोची, गोपाल लाल शर्मा व गुरदीप सिंह रात्रि दो-तीन बजे के बीच स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए। बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से टकराव के बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट बागी हो गए हैं। पार्टी ने सचिन को बर्खास्त कर चुकी है जिसके बाद से राज्य में सियासी संकट बरकरार है।

भाजपा ने की राष्ट्रपति शासन की मांग

इस बीच भाजपा ने राजस्‍थान में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए सूबे में किसी बड़ी घटना की आशंका जताई है। बता दें कि गत 24 जुलाई को कांग्रेस विधायकों के राजभवन पर धरने के बाद पार्टी का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने गया था तब भी यह मांग नहीं की गई थी। पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इशारे पर कांग्रेस विधायक गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से बड़ी घटना होने की आशंका है। सरकार बचाने के लिए गहलोत किसी भी हद तक जा सकते हैं। ऐसे में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।

चलाया 'गहलोत कुर्सी छोड़ो' अभियान

भाजपा ने मांग की है कि विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाए और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां तैनात की जाएं। अगस्त क्रांति दिवस (9 अगस्त) पर 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' की तर्ज पर राजस्थान में भाजपा ने सोशल मीडिया पर 'गहलोत कुर्सी छोड़ो' अभियान चलाया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सहित सैकड़ों लोगों ने अपनी पोस्ट डाली। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपनी पोस्ट में कहा कि अब प्रदेश की जनता नहीं सहेगी अत्याचारी, अराजक, भ्रष्ट सरकार। जैसे 9 अगस्त 1942 को 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' नारा लगा था, वैसे ही 9 अगस्त 2020 का नारा है- 'गहलोत कुर्सी छोड़ो'।

कल भाजपा की विधायक दल की बैठक

रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर से जैसलमेर पहुंचकर विधायकों के साथ बैठक की। वहीं, भाजपा नेताओं ने विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया के निवास पर बैठक की, जिसमें विधानसभा में अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा हुई। कटारिया ने कहा कि 14 को निर्णायक दिन है। इस दिन फैसला होगा कि सरकार रहेगी या नहीं। भाजपा ने गुजरात भेजे गए अपने 18 विधायकों को सोमवार शाम तक जयपुर आने के लिए कहा है। भाजपा ने मंगलवार को जयपुर के होटल क्राउन प्लाजा में भाजपा के विधायक दल की बैठक रखी है। उनको इसी होटल में 14 तारीख तक ठहराया जाएगा।

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