सुप्रीम कोर्ट के हवाले से 'चौकीदार चोर है' कहने पर राहुल ने जताया खेद, दाखिल किया हलफनामा

सुप्रीम कोर्ट का नाम लेते हुए अमेठी में चौकीदार चोर है बयान पर राहुल गांधी ने खेद जताया है। वहीं अब भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को झूठा करार दिया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 10:10 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 03:33 PM (IST)
सुप्रीम कोर्ट के हवाले से 'चौकीदार चोर है' कहने पर राहुल ने जताया खेद, दाखिल किया हलफनामा
सुप्रीम कोर्ट के हवाले से 'चौकीदार चोर है' कहने पर राहुल ने जताया खेद, दाखिल किया हलफनामा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी घमासान के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को राफेल सौदे में सुप्रीम कोर्ट के हवाले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी के लिए खेद जताया। उन्होंने कहा कि चढ़े हुए सियासी पारे के बीच आवेश में आकर यह बयान दिया था, जिसे विरोधी खेमे की ओर से गलत ढंग से प्रचारित किया गया। उनका इरादा शीर्ष कोर्ट की साख को कमजोर करने का नहीं था। हालांकि इसके साथ ही राजनीतिक बयानबाजी फिर तेज हो गई।

एक तरफ जहां भाजपा ने राहुल को परले दर्जे का झूठा करार दिया और कहा कि उन्होंने गलती मान ली है। वहीं, खेद जताने को हार न मान लिया जाए इसलिए राहुल ने ट्वीट कर कहा, '23 मई को जनता की अदालत में फैसला हो जाएगा कि कमलछाप चौकीदार ही चोर है।'सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को राहुल गांधी ने एक हलफनामा दाखिल कर सफाई पेश की। सुप्रीम कोर्ट ने राहुल के उस बयान पर आपत्ति जताई थी जिसमें उन्होंने कहा था, सुप्रीम कोर्ट ने भी माना कि चौकीदार चोर है। कोर्ट ने 22 अप्रैल तक इस पर राहुल से सफाई मांगी थी।

मंगलवार को कोर्ट में अवमानना मामले में सुनवाई होनी है। राहुल ने अपने हलफनामे में कहा है, 'कोर्ट की अवमानना करना कभी भी उनकी मंशा या इरादा नहीं था। उन्होंने चुनावी प्रचार के बीच जोश में आकर ऐसा बयान दिया था। लेकिन विरोधियों ने इसे गलत तरीके से प्रचारित किया और मुद्दा बनाया। मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मेरा ऐसा मकसद बिल्कुल भी नहीं था। इसलिए इस दुर्भाग्यपूर्ण संदर्भ के लिए मैं खेद जताता हूं।

साथ ही मेरे बयान से यह कतई न समझा जाए कि कोर्ट ने ऐसा कोई निष्कर्ष या टिप्पणी दी है।' हलफनामे में यह भी कहा गया है कि भाजपा और सरकार के लोगों की ओर से भी कोर्ट के हवाले से यह बयान दिया जा रहा है कि उन्हें राफेल से जुड़े मामले में क्लीन चिट मिल गई है। इससे पहले भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक अवमानना याचिका दाखिल कर उनके खिलाफ अपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की थी।

जानिए- किसने क्या कहा

राहुल गांधी द्वारा गलती मान लेने का मतलब है कि यह अदालत की अवमानना है। साथ ही यह मेरे उस रुख की पुष्टि भी है कि यह अदालतों को कलंकित करने और न्यायाधीशों को बदनाम करने की कोशिश है।
- मीनाक्षी लेखी, भाजपा सांसद

माननीय सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर राहुल गांधी ने मान लिया है कि उन्होंने राफेल मामले में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आरोप लगाने में झूठ बोला।
- जीवीएल नरसिम्हा राव, भाजपा प्रवक्ता

झूठ की कोई सीमा नहीं होती। सुप्रीम कोर्ट में राहुल जी के जवाब पर भाजपा द्वारा निंदात्मक गलतबयानी खुद ही अदालती कार्यवाही की आपराधिक अवमानना है। मामला न्यायाधीन है। आज फैसला देना बंद करें। हम फिर कहते हैं, एक ही चौकीदार चोर है।
- रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता

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