PM Modi address in UNGA : पीएम मोदी का पाक और चीन पर निशाना, कहा- आतंकवाद और युद्ध ने छीन लीं लाखों जिंदगियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र को संबोधित करते हुए पाकिस्‍तान और चीन दोनों पर करारा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और युद्ध ने लाखों जिंदगियां छीन ली। उन्‍होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 05:01 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 07:24 AM (IST)
PM Modi address in UNGA : पीएम मोदी का पाक और चीन पर निशाना, कहा- आतंकवाद और युद्ध ने छीन लीं लाखों जिंदगियां
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र को ऑनलाइन संबोधित किया...

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र को ऑनलाइन संबोधित करते हुए पाकिस्‍तान और चीन पर करारा हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा‍ कि आतंकवाद और युद्ध ने लाखों जिंदगियां छीन ली। लाखों मासूम बच्चे जिन्हें दुनिया पर छा जाना था वो असमय ही दुनिया छोड़कर चले गए। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने संयुक्‍त राष्‍ट्र में सुधार की जोरदार वकालत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की व्यवस्थाओं और स्वरूप में बदलाव आज की जरूरत है। उन्‍होंने दुनिया को भरोसा दिलाया कि भारत शांति का पक्षधर है और आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है। 

#WATCH Today, people of India are concerned whether this reform-process will ever reach its logical conclusion. For how long will India be kept out of the decision-making structures of the United Nations?: PM Modi at UNGA #ModiAtUN pic.twitter.com/vfFR9Gqj0j— ANI (@ANI) September 26, 2020

आतंकवाद ने लाखों जिंदगियां छीनी 

प्रधानमंत्री ने चीन और पाकिस्‍तान का बिना नाम लिए कहा कि यह बात सही है कि तीसरा विश्व युद्ध नहीं हुआ है लेकिन इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता है कि अनेकों युद्ध हुए, अनेकों गृहयुद्ध भी हुए। कितने ही आतंकी हमलों में खून की नदियां बहती रहीं। लाखों मासूम बच्चे जिन्हें दुनिया पर छा जाना था। इन हमलों और युद्धों के चलते दुनिया छोड़कर चले गए। कितने ही लोगों को अपने जीवन भर की पूंजी गंवानी पड़ी... अपने सपनों का घर छोड़ना पड़ा। प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि उस समय और मौजूदा वक्‍त में क्या संयुक्त राष्ट्र के प्रयास पर्याप्त हैं? 

संयुक्‍त राष्‍ट्र में सुधारों की जोरदार वकालत 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आठ से नौ महीने हो गए पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। इस महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र कहां है? एक प्रभावशाली जवाबदेही कहां है? आज पूरे विश्व समुदाय के सामने एक बहुत बड़ा सवाल है कि जिस संस्था का गठन तब की परिस्थितियों में हुआ था उसका स्वरूप क्या आज भी प्रासंगिक है? प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हम बीते 75 वर्षों में संयुक्त राष्ट्र की उपलब्धियों का मूल्यांकन करें तो इसमें कोई दो राय नहीं कि इनकी संख्‍या काफी है। लेकिन मौजूदा वक्‍त में अनेक ऐसे उदाहरण भी हैं जो संयुक्त राष्ट्र के सामने गंभीर आत्ममंथन की जरूरत भी बताते हैं। 

संयुक्‍त राष्‍ट्र में बदलाव आज की जरूरत 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं, व्यवस्थाओं और उसके स्वरूप में बदलाव आज की मांग है। भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र में सुधार की प्रक्रिया के पूरा होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। भारत के लोग चिंतित हैं कि क्या यह प्रक्रिया कभी अपने अंजाम तक पहुंचेगी। आखिर कब तक भारत को संयुक्त राष्ट्र के निर्णय लेने वाले ढांचे से अलग रखा जाएगा। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत ऐसा देश है जहां दुनिया की 18 फीसद से ज्यादा आबादी रहती है। एक ऐसा देश जहां सैकड़ों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां, अनेकों पंथ, अनेकों विचारधाराएं हैं। जिस देश में हो रहे परिवर्तनों का प्रभाव दुनिया के बहुत बड़े हिस्से पर पड़ता है आखिर उसको कब तक इंतजार करना पड़ेगा? 

हम पूरी विश्‍व को एक परिवार मानते हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम पूरे विश्‍व को एक परिवार मानते हैं। यह हमारी संस्कृति, संस्कार और सोच का हिस्सा है। संयुक्त राष्ट्र में भी भारत ने हमेशा विश्व कल्याण को ही प्राथमिकता दी है। भारत जब किसी से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है तो वो किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं होती। भारत जब विकास की साझेदारी मजबूत करता है, तो उसके पीछे किसी साथी देश को मजबूर करने की सोच नहीं होती। हम अपनी विकास यात्रा से मिले अनुभव साझा करने में कभी पीछे नहीं रहते। महामारी के इस मुश्किल समय में भी भारत के दवा उद्योग ने 150 से अधिक देशों को जरूरी दवाइयां भेजीं हैं। 

महामारी से दुनिया को निकालने के लिए भारत प्रतिबद्ध 

प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के तौर पर आज मैं विश्‍व को भरोसा देना चाहता हूं। भारत की वैक्‍सीन के उत्‍पादन और उसकी आपूर्ति क्षमता पूरी मानवता को इस संकट से बाहर निकालने के लिए काम आएगी। विश्व के सब से बड़े लोकतंत्र होने की प्रतिष्ठा और इसके अनुभव को हम विश्व हित के लिए उपयोग करेंगे। हमारा मार्ग जनकल्याण से जगकल्याण का है। भारत की आवाज हमेशा शांति, सुरक्षा, और समृद्धि के लिए उठेगी। भारत की आवाज मानवता, मानव जाति की कामना के लिए उठेगी। भारत की आवाज आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स, मनी लाउंडरिंग के खिलाफ उठेगी। 

रिफॉर्म परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र के साथ चल रहा भारत 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर, संस्कार, हजारों वर्षों के अनुभव, हमेशा विकासशील देशों को ताकत देंगे। बीते कुछ वर्षों में, रिफॉर्म परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र के साथ भारत ने करोड़ों भारतीयों के जीवन में बड़े बदलाव लाने का काम किया है। ये अनुभव दुनिया के बहुत से देशों के लिए उतने ही उपयोगी हैं जितने कि हमारे लिए। सिर्फ 4-5 साल में 400 मिलियन से ज्यादा लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ना आसान नहीं था। लेकिन भारत ने ऐसा करके दिखाया। सिर्फ 4-5 साल में 600 मिलियन लोगों को खुले में शौच से मुक्त करना आसान नहीं था लेकिन भारत ने यह करके दिखाया। 

आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्‍य को लेकर बढ़ रहे आगे 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महामारी के बाद बनी परिस्थितियों के बाद हम आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्‍य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। आत्मनिर्भर भारत अभियान, ग्‍लोबल इकॉनमी को भी ताकत देगा।  भारत में ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी योजनाओं का लाभ, बिना किसी भेदभाव, प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए भारत में बड़े स्तर पर प्रयास चल रहे हैं। आज दुनिया की सबसे बड़ी माइक्रो फाइनेंसिंग स्‍कीम का सबसे ज्यादा लाभ भारत की महिलाएं ही उठा रही हैं। 

सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत उन देशों में से एक है जहां महिलाओं को 26 हफ्ते का पेड मातृत्‍व अवकाश दिया जा रहा है। आज भारत डिजिटल लेनदेन के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में है। आज भारत अपने करोड़ों नागरिकों को डिजिटल एक्‍सेस देकर इंपॉवरमेंट और पारदर्शिता सुनिश्चित कर रहा है। आज भारत अपने गांवों के 150 मिलियन घरों में पाइप से पीने का पानी पहुंचाने का अभियान चला रहा है। कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने छह लाख गांवों को ब्रॉडबैंड ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट करने की बहुत बड़ी योजना की शुरुआत की है। 

भाजपा अध्‍यक्ष ने प्रधानमंत्री के संबोधन की तारीफ की 

भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की तारीफ करते हुए कहा कि 130 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रधानमंत्री जी ने भारत को संयुक्त राष्ट्र के निर्णायक संरचना का हिस्सा बनाए जाने की बात की। भारत हमेशा शांति, सुरक्षा और समृद्धि का पक्षधर रहा है। प्रधानमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के उद्देश्यों की आज के समय में प्रासंगिकता, उपलब्धियों के मूल्यांकन, आतंकवाद की समस्या और उससे हुई वैश्विक क्षति, कोरोना महामारी से निपटने के प्रयासों में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर आत्ममंथन करने की भी बात की। प्रधानमंत्री ने भारत की संस्कृति, संस्कार और सोच को सबके सामने प्रस्तुत करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रबल प्रतिनिधित्व किया, जिसका मैं ह्रदय की गहराइयों से स्वागत करता हूं... 

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