ड्रोन तकनीक में देश को अग्रणी बनाने का पीएम मोदी ने किया आह्वान, कहा- जिस तकनीक को अवसर मानना चाहिए था उसे संकट माना गया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब युवाओं से भारत को ड्रोन तकनीक में अग्रणी देश बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पहले इस क्षेत्र में इतने नियम कानून और प्रतिबंध लगाकर रखे गए थे कि ड्रोन की असली क्षमता का इस्तेमाल संभव नहीं था।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 09:10 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 09:10 PM (IST)
ड्रोन तकनीक में देश को अग्रणी बनाने का पीएम मोदी ने किया आह्वान, कहा- जिस तकनीक को अवसर मानना चाहिए था उसे संकट माना गया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब युवाओं से भारत को ड्रोन तकनीक में अग्रणी देश बनाने का आह्वान किया है।

नई दिल्ली, जेएनएन। स्वदेशी वैक्सीन के जरिये ही देश में सौ करोड़ से ज्यादा डोज का आंकड़ा पार करने को भारत की साम‌र्थ्य का प्रतीक बताते रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब युवाओं से भारत को ड्रोन तकनीक में अग्रणी देश बनाने का आह्वान किया है। पुरानी सरकारों के सोच पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि पहले इस क्षेत्र में इतने नियम, कानून और प्रतिबंध लगाकर रखे गए थे कि ड्रोन की असली क्षमता का इस्तेमाल संभव नहीं था। जिस तकनीक को अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए था, उसे संकट माना गया।

नई नीति लेकर आए जिसमें कोई बंधन नहीं

प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमने तय किया कि इस सोच को बदला जाए। हम नई नीति लेकर आए हैं, जिसमें कोई बंधन नहीं है और यह भविष्य की संभावनाओं के हिसाब से बनाई गई है। देश के युवा आगे आएं और इसका लाभ उठाएं।' रविवार को अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने विस्तार से इसके बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। यही कारण है कि नई नीति के बाद कई निवेशक आए हैं। रक्षा क्षेत्र से कंपनियों को 500 करोड़ रुपये से ज्यादा के आर्डर दिए गए हैं। यह सिर्फ शुरुआत है। आगे राह खुली हुई है। भारत को इस क्षेत्र में भी अग्रणी बनाना है।

पटेल की जयंती पर एकता का संदेश देने वाले कार्य से जुड़ें

प्रधानमंत्री मोदी ने अगले रविवार को होने वाली लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि इस दिन को देश एकता दिवस के रूप में मनाता है तो सभी का कर्तव्य है कि एकता का संदेश देने वाले किसी न किसी कार्य से जरूर जुड़े। उन्होंने सरकार की ओर से सरदार पटेल के बाबत किए जा रहे प्रयासों का भी वर्णन किया। ध्यान रहे कि कुछ दिन पहले ही तब एक विवाद खड़ा हो गया था, जब कांग्रेस कार्यसमिति के एक सदस्य ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सरदार पटेल पर अंगुली उठाते हुए कहा था कि वे भारत का विभाजन कराने वाले जिन्ना के साथ मिले हुए थे। इस आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है कि जयंती के दिन फिर से विवाद गरमाए।

पिछले कुछ वर्षों में पुलिस में महिलाओं की संख्या हुई दोगुनी

प्रधानमंत्री ने सालभर चलने वाले आजादी के अमृत महोत्सव के बार में भी अपने विचार रखे। साथ ही महिला सशक्तीकरण की याद दिलाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह धारणा बन गई थी कि सेना और पुलिस का काम केवल पुरुषों के लिए होता है। लेकिन अब यह धारणा भी बदल रही है। पिछले कुछ वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या दोगुनी हो गई है। 2014 में जहां इनकी संख्या एक लाख, पांच हजार के करीब थी, वह अब बढ़कर दो लाख, 15 हजार हो गई है। सीआइएसएफ में भी पिछले सात वर्षों में उनकी संख्या दोगुनी हो गई है। वह जंगल वारफेयर का प्रशिक्षण ले रही हैं और जल्द ही कोबरा बटालियन का हिस्सा बनेंगी। 

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