राम मंदिर की राजनीति दिल्ली-लखनऊ के एयरकंडीशंड कमरों में बैठकर खेली जा रही: प्रकाश राज

बेंगलुरु सेंट्रल संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे अभिनेता प्रकाश राज का कहना है कि राम मंदिर को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

By Tilak RajEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 01:30 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 01:40 PM (IST)
राम मंदिर की राजनीति दिल्ली-लखनऊ के एयरकंडीशंड कमरों में बैठकर खेली जा रही: प्रकाश राज
राम मंदिर की राजनीति दिल्ली-लखनऊ के एयरकंडीशंड कमरों में बैठकर खेली जा रही: प्रकाश राज

बेंगलुरु, एएनआइ। राम मंदिर के मुद्दे पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। बेंगलुरु सेंट्रल संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे अभिनेता प्रकाश राज का कहना है कि राम मंदिर को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सिर्फ इस मुद्दे पर राजनीति हो रही है। उन्‍होंने इस मुद्दे पर राजनीति करने वालों को अयोध्‍या जाकर रामभक्‍तों को देखना चाहिए।

प्रकाश राज ने कहा, 'राम मंदिर की राजनीति दिल्ली और लखनऊ के एयरकंडीशन्ड कमरों में बैठकर खेली जा रही है। कोई कदम उठता नजर नहीं आ रहा है। मैं मीडिया को चुनौती देता हूं कि वे अयोध्या जाएं और देखें कि वहां लोग कैसे सड़कों पर रह रहे हैं। यही है वह रामराज्य, जो वे लाना चाहते हैं?'

गौरतलब है कि प्रकाश राज सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की नीतियों की खुलकर आलोचना करते रहे हैं। इसके लिए उन्हें कई बार ट्रोल भी होना पड़ा है। प्रकाश राज ने नए साल के मौके पर राजनीति में आने का एलान किया था। चुनाव लड़ने की घोषणा करने के लिए अभिनेता ने टि्वटर का सहारा लिया था। प्रकाश राज साउथ के सुपरस्टार हैं, जिन्‍होंने 'सिंघम', 'वॉन्टेड' और 'हीरोपंती' जैसी फिल्मों से दर्शकों का दिल जीत चुके हैं।

अयोध्या राम जन्मभूमि मुकदमें की पिछली सुनवाई
बता दें कि अयोध्या राम जन्मभूमि मुकदमें की सुनवाई एक बार फिर 29 जनवरी तक के लिए टल गई। मुस्लिम पक्ष की ओर से सुनवाई पीठ में शामिल जस्टिस ललित के पहले अयोध्या से जुड़े एक मामले में वकील के तौर पर पेश हो चुकने का मुद्दा उठाए जाने के बाद जस्टिस ललित ने स्वयं को सुनवाई से अलग कर लिया। अब मामले की सुनवाई के लिए नयी पांच सदस्यीय संविधान पीठ का गठन होगा जिसमें जस्टिस ललित नहीं होंगे। नयी पीठ 29 जनवरी को सुनवाई करेगी जिसमें सुनवाई की रूपरेखा तय होगी। लंबे समय से पीठ और तारीख का इंतजार कर रहा राम जन्मभूमि मामला गुरुवार को नव गठित पांच सदस्यीय संविधान पीठ के सामने लगा था। मुस्लिम पक्षकार एम सिद्दीक के वकील राजीव धवन ने जस्टिस ललित के पीठ में शामिल होने का मुद्दा उठाया। धवन ने कहा कि 1997 में अयोध्या मुद्दे से जुड़े अवमानना मामले में जस्टिस ललित वकील के तौर पर कल्याण सिंह की ओर से पेश हुए थे।
 

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