कोरोना के खिलाफ जंग में उतरेंगे सेना के रिटायर मेडिकल कर्मी, जनरल बिपिन रावत ने पीएम मोदी को दी जानकारी

PM Modi meets with CDS प्रधानमंत्री कार्यालय के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआइ ने बताया कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा की जा रही तैयारियों और ऑपरेशन की समीक्षा की।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 03:56 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 01:55 AM (IST)
कोरोना के खिलाफ जंग में उतरेंगे सेना के रिटायर मेडिकल कर्मी, जनरल बिपिन रावत ने पीएम मोदी को दी जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।

नई दिल्ली, जेएनएन। कोराना महामारी की दूसरी लहर के कहर को देखते हुए सेना ने पिछले दो साल के दौरान रिटायर हुए अपने चिकित्सा कर्मियों को कोविड सुविधा सहायता केंद्रों पर तैनात करने के लिए वापस बुलाया है। कोविड से मुकाबले के लिए तीनों सेनाओं की तैयारियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराते हुए चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने सेना के इस अहम फैसले की जानकारी दी।

कोविड से मुकाबले के लिए तीनों सेनाओं की तैयारियों को लेकर सोमवार को सीडीएस रावत ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान पीएम ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए सेनाओं की अब तक की तैयारियों और उसके अभियानों की समीक्षा की। 

रक्षा मंत्रालय ने इस बैठक को लेकर जारी बयान में कहा कि सीडीएस ने प्रधानमंत्री को बताया कि बीते दो साल के दौरान रिटायर हुए या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले सभी चिकित्सा कर्मियों को वापस बुलाया जा रहा है। इन सभी को उनके निवास के निकटस्थ कोविड सुविधा केंद्रों पर ड्यूटी के लिए तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा सेना के अन्य रिटायर डाक्टरों से भी आपात चिकित्सा हेल्पलाइन के जरिये अपनी सेवाएं और सहायता देने के लिए कहा गया है। 

प्रधानमंत्री को इस बात की भी जानकारी दी गई कि सेना के कमान मुख्यालय, कोर मुख्यालय और डिवीजन हेडक्वार्टर में तैनात सभी चिकित्सा अधिकारियों की अस्पतालों में सेवाएं देने के लिए तैनाती की जा रही है। भारतीय नौसेना और वायुसेना के चिकित्सा अफसरों को भी इसी तरह अस्पताल में सेवाएं देने के लिए लगाया जा रहा है।

कोरोना महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में मदद करने के लिए तीनों सेनाओं की ओर से की गई तैयारियों के बारे में पीएम को जानकारी देते हुए जनरल रावत ने कहा कि मिलिट्री के पास उपलब्ध आक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों में भेज दिए जाएंगे। कोरोना संक्रमण के प्रचंड कहर के बीच जीवन रक्षक आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वायुसेना के देश और विदेश दोनों स्तर पर किए जा रहे विशेष अभियानों की भी प्रधानमंत्री ने समीक्षा की। 

सीडीएस ने पीएम को यह भी बताया कि बड़ी संख्या में सेनाओं के नर्सिंग स्टाफ को अस्पतालों में डाक्टरों की सहायता के लिए तैनात किया गया है। पीएम को इस बात की भी जानकारी दी गई कि सेनाओं की ओर से बड़े स्तर पर चिकित्सा सुविधा केंद्रों का निर्माण किया जा रहा है और आम नागरिकों को भी सेना की इन चिकित्सा सुविधाओं का लाभ दिया जाएगा। पीएम ने केंद्रीय और राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड तथा सेनाओं की वेटरन सेल के जरिये पूर्व सैनिकों की मदद लेने की सलाह दी ताकि दूरदराज के इलाकों तक भी लोगों को अधिकतम मदद पहुंचाई जा सके।

chat bot
आपका साथी