पीएम मोदी के आवास पर बड़ी बैठक, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ और जेपी नड्डा रहे मौजूद

पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक हुई। अमेरिका दौरे से लौटने के बाद पीएम मोदी के आवास पर हो रही इस बैठक पर सबकी नजरें थीं। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 08:20 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 08:31 PM (IST)
पीएम मोदी के आवास पर बड़ी बैठक, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ और जेपी नड्डा रहे मौजूद
पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक चल रही है।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। पीएम नरेंद्र मोदी के आवास पर रविवार को एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे। इस बैठक को लेकर अभी विस्‍तृत जानकारी सामने नहीं आई है। बताया जाता है कि यह बैठक करीब ढाई घंटे तक चली। गौर करने वाली बात है कि पीएम मोदी रविवार को ही अमेरिका दौरे से लौटे हैं। 

New Delhi: Union Home Minister Amit Shah, Defence Minister Rajnath Singh and BJP chief JP Nadda leave from PM Narendra Modi's residence after holding a meeting pic.twitter.com/6yO6JAr5xl— ANI (@ANI) September 26, 2021

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा था कि यूएन को अपनी प्रभावशीलता में सुधार करना चाहिए और अपनी विश्वसनीयता को बढ़ाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्‍तान पर परोक्ष रूप से करारा हमला बोला था।

प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से बिना नाम लिए चीन और पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा था। उन्‍होंने कहा था कि मौजूदा वक्‍त में दुनिया के सामने प्रतिगामी सोच और चरमपंथ का खतरा बढ़ता जा रहा है। इन परिस्थितियों में पूरे विश्व को विज्ञान आधारित तर्कसंगत और प्रगतिशील सोच को विकास का आधार बनाना ही होगा।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के संदर्भ में कहा कि राजनीतिक हथियार के तौर पर आतंकवाद का इस्तेमाल कर रहे प्रतिगामी सोच वाले देशों को समझना चाहिए कि यह उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। उन्होंने दुनिया से अपील करते हुए कहा था कि यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि अफगानिस्तान की भूमि का आतंकवाद के प्रसार और आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल न हो।

chat bot
आपका साथी