PM मोदी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर की विपक्ष की खिंचाई, बोले- कुछ लोगों ने भ्रम फैलाने का काम किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नई दिल्ली में रक्षा कार्यालय परिसरों का उद्घाटन किया और सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की नई वेबसाइट लांच की। इस दौरान पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) पर विपक्ष पर निशाना साधा।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 01:55 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 02:04 PM (IST)
PM मोदी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर की विपक्ष की खिंचाई, बोले- कुछ लोगों ने भ्रम फैलाने का काम किया
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) पर विपक्ष पर साधा निशाना।(फोटो: प्रेट्र)

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने सेंट्रल विस्टा परियोजना(Central Vista project) की आलोचना करने को लेकर विपक्ष की खिंचाई की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को दिल्ली में कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू में रक्षा कार्यालय परिसरों का उद्घाटन किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट (Central Vista Project) की नई वेबसाइट को भी लांच किया। इस मौके पर परोक्ष रूप से सेंट्रल विस्टा परियोजना की आलोचना करने के लिए विपक्ष की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने को कहा कि उन्होंने कभी भी उल्लेख नहीं किया कि रक्षा कार्यालय परिसर भी इस परियोजना का एक हिस्सा है। पीएम मोदी ने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचा देश के आर्थिक विकास के लिए प्रासंगिक है।

पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में आज हम देश की राजधानी को नए भारत की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के अनुसार विकसित करने की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे डंडा लेकर पड़े थे, वे बड़ी चालाकी से सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का ये भी एक हिस्सा है 7000 से अधिक सेना के अफसर जहां काम करते हैं, वो व्यवस्था विकसित हो रही है उस पर बिल्कुल चुप रहते थे। उन्होंने कहा कि अब केजी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यु में बने ये आधुनिक ऑफिस, राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े हर काम को प्रभावी रूप से चलाने में बहुत मदद करेंगे। राजधानी में आधुनिक डिफेंस एऩ्क्लेव के निर्माण की तरफ ये बड़ा स्टेप है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब हम राजधानी की बात करते हैं तो वो सिर्फ एक शहर नहीं होता। किसी भी देश की राजधानी उस देश की सोच, संकल्प, सामर्थ्य और संस्कृति का प्रतीक होती है। भारत तो लोकतंत्र की जननी है. इसलिए भारत की राजधानी ऐसी होनी चाहिए, जिसके केंद्र में लोक हो, जनता हो। आज जब हम Ease of living और Ease of doing business पर फोकस कर रहे हैं, तो इसमें आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की भी उतनी ही बड़ी भूमिका है। सेंट्रल विस्टा से जुड़ा जो काम आज हो रहा है, उसके मूल में यही भावना है।

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