Winter Session: शिवसेना के अलगाव का असर, NDA में उठी संयोजक की मांग

संसद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को राजग के घटक दलों की बैठक में शिवसेना के अलग होने का असर दिखा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 06:13 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 11:32 PM (IST)
Winter Session: शिवसेना के अलगाव का असर,  NDA में उठी संयोजक की मांग
Winter Session: शिवसेना के अलगाव का असर, NDA में उठी संयोजक की मांग

 नई दिल्ली, प्रेट्र। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को राजग के घटक दलों की बैठक में शिवसेना के अलग होने का असर दिखा। लोजपा प्रमुख एवं सांसद चिराग पासवान समेत कुछ सहयोगी दलों ने गठबंधन में एक संयोजक की जरूरत जताई।

महाराष्ट्र में जो हुआ, टाला जा सकता था

राजग की बैठक के बाद चिराग ने कहा, 'आज बैठक में मुझे व्यक्तिगत रूप से शिवसेना की कमी महसूस हुई। वह राजग के सबसे पुराने सहयोगी दलों में से थी। भाजपा-शिवसेना के बीच महाराष्ट्र में जो हुआ, वह टाला जा सकता था।'

चिराग ने कहा कि यह चिंता की बात है कि पहले तेलुगु देसम पार्टी अलग हुई, फिर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी भी अलग हो गई। सहयोगी दलों के बीच बेहतर समझ के लिए एक संयोजक होना चाहिए या समन्वय समिति बनाई जानी चाहिए। हालांकि चिराग ने आगामी संसद सत्र में राजग के सभी घटक दलों की ओर से मिलकर काम करने की बात कही।

सूत्रों के अनुसार अपना दल, जदयू और पूर्वोत्तर के कुछ सहयोगी दलों ने भी राजग में संयोजक नियुक्त किए जाने का सुझाव दिया है। उल्लेखनीय है कि झारखंड में पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ने वाली लोजपा ने इस बार वहां अकेले लड़ने का एलान किया है। झारखंड में भाजपा की सहयोगी दल आजसू भी अलग होकर चुनाव लड़ रही है।

Had a very good NDA meeting. Our alliance represents India’s diversity and the aspirations of 130 crore Indians. Together, we will leave no stone unturned in ushering a qualitative change in the lives of our farmers, youngsters, Nari Shakti and the poorest of the poor. pic.twitter.com/Mm8Rc5kkaO

— Narendra Modi (@narendramodi) November 17, 2019

छोटे मतभेदों से अशांत नहीं होना चाहिए : मोदी

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजग के घटक दलों की बैठक ली। उन्होंने सहयोगी दलों को परिवार की संज्ञा देते हुए छोटे-छोटे मतभेदों से प्रभावित नहीं होने को कहा। उन्होंने कहा, 'राजग सहयोगियों की विचारधारा अलग हो सकती है, लेकिन हम सब एक बड़ा परिवार हैं। छोटे मतभेदों से अशांत नहीं होना चाहिए।'

बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया, 'राजग की बैठक बहुत अच्छी रही। हमारा गठबंधन भारत की विविधता और 130 करोड़ भारतीयों की अकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। हम मिलकर अपने किसानों, युवाओं, नारी शक्ति एवं निर्धनतम व्यक्ति के जीवन में बदलाव की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।'

बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी हिस्सा लिया और शीतकालीन सत्र में बेहतर प्रबंधन व समन्वय की अपील की। इस बीच मोदी ने भाजपा के संसदीय समूह की भी बैठक ली। उन्होंने कहा कि पार्टी आगामी सत्र में विकास के विभिन्न मसलों व लोगों के जीवन में बदलाव की दिशा में अपने विचारों को क्रियान्वित करने की दिशा में काम करेगी।

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