नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में असम शांत, बंगाल में बढ़ा बवाल
बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पूर्व रेलवे के सियालदह डिवीजन अंतर्गत कई स्टेशनों को निशाना बनाया।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने में आगे रहे पूर्वोत्तर के राज्यों में शनिवार को शांति रही। इसी के चलते असम के गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ और मेघालय की राजधानी शिलांग में कर्फ्यू में ढील दी गई। नगालैंड में छह घंटे का बंद आयोजित किया गया। जबकि बंगाल दूसरे दिन भी जलता रहा।
प्रदर्शनकारियों ने बनाया रेलवे को निशाना, चार ट्रेनें और मालगाड़ी आग के हवाले
शुक्रवार की घटनाओं से रेल प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया, लिहाजा दूसरे दिन भी रेलवे को ही सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारियों ने कई बसों को आग लगाने के अलावा रेलवे स्टेशनों पर आगजनी की, फर्नीचर को ट्रैक पर डालकर आग लगा दी, टिकट काउंटरों पर तोड़फोड़ और लूटपाट की, खाली खड़ी चार ट्रेनों और मालगाड़ी के इंजन को आग के हवाले कर दिया गया।
40 से अधिक ट्रेनें रद
जान बचाने के लिए रेल कर्मचारी स्टेशनों को छोड़कर भाग खड़े हुए। लिहाजा 40 से अधिक ईएमयू और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद कर दिया गया। सात ट्रेनों को रास्ते में ही समाप्त कर दिया गया। जबकि पांच ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया गया। उधर, नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में पांच जनवरी तक छुट्टी कर दी गई है और सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे के कई स्टेशनों को बनाया निशाना
सूत्रों के अनुसार, बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पूर्व रेलवे के सियालदह डिवीजन अंतर्गत कई स्टेशनों को निशाना बनाया। मुर्शिदाबाद के सुजनीपाड़ा स्टेशन को तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी गई। कृष्णपुर स्टेशन पर खाली खड़ी चार ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया। लालगोला, जियागंज स्टेशनों में भी तोड़फोड़ की गई। स्टेशनों के फर्नीचर को ट्रैक पर डालकर आग लगा दी गई, इससे लालगोला-कृष्णानगर सेक्शन पर संचालन पूरी तरह ठप हो गया।
मौके पर पहुंची दमकल गाड़ी को आग लगा दी
प्रदर्शनकारियों ने दूसरे दिन भी बेलडांगा स्टेशन पर तोड़फोड़ और आगजनी की। मौके पर पहुंची दमकल गाड़ी को भी आग लगा दी गई। हारुआ रोड स्टेशन के पास और सोनदलिया-लेबुतला स्टेशन के बीच लेवल क्रासिंग तोड़ दिया गया। ट्रेनों पर भी जमकर पथराव किया गया। भीड़ के तेवर देख आरपीएफ और जीआरपी के साथ ही रेल कर्मचारी भी भाग खड़े हुए।
प्रदर्शनकारियों ने मचाया जमकर उत्पात
दक्षिण पूर्व रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर सेक्शन पर भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। भीड़ ने सांकराइल स्टेशन पर स्टेशन मास्टर कक्ष के पैनल बोर्ड, टिकट काउंटर, प्लेटफार्म पर लगी लाइटें, पंखे, लेवल क्रासिंग गेट को तोड़ दिया। टिकट काउंटरों पर लूटपाट और आगजनी भी की गई। नलपुर और चंगेल स्टेशन पर भी तोड़फोड़ की गई।
मालगाड़ी का इंजन आग के हवाले
बाउरिया स्टेशन पर मालदा की ओर जा रही मालगाड़ी के इंजन में आग लगा दी गई। जगह-जगह रेल पटरी पर टायर जलाकर ट्रेन संचालन ठप कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों को हटाने पहुंचे रेल कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई। मालदा डिवीजन के हरिश्चंद्रपुर और निमतिता रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की गई।
प्रदर्शनकारियों ने बसों को भी बनाया निशाना, कई बसें आग के हवाले
प्रदर्शनकारियों ने बसों और अन्य वाहनों को भी निशाना बनाया। कोना एक्सप्रेस वे पर करीब 25 सरकारी एवं निजी बसों को आग लगा दी गई। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में कई बसों को आग के हवाले किए जाने की खबर है। मुर्शिदाबाद जिले में प्रदर्शनकारियों ने टोल प्लाजा को भी आग लगा दी। यहां यात्रियों को जबरन बस से उतार दिया गया।
पुलिस ने उपद्रवियों पर किया लाठीचार्ज
मुर्शिदाबाद जिले में पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। हावड़ा और दोमजुर बगनान में टायर जलाकर सड़कों को ब्लॉक कर दिया और कई दुकानों में भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने बीरभूम जिले के मग्राम में भी टायर जलाकर सड़कों को ब्लॉक कर दिया।