Parliament Monsoon Session: कोरोना के बढ़ते मामलों पर कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव का नोटिस

Parliament Monsoon Session इसके अलावा उन्होंने निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों का शुल्क भी न्यूनतम करने की मांग की।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 07:30 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 07:30 AM (IST)
Parliament Monsoon Session: कोरोना के बढ़ते मामलों पर कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव का नोटिस
Parliament Monsoon Session: कोरोना के बढ़ते मामलों पर कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव का नोटिस

नई दिल्ली, एजेंसियां। लोकसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप के. सुरेश ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर शनिवार को स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार से ऐसे लोगों के परिजनों को मुआवजा उपलब्ध कराने की भी मांग की जिनकी कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई है। इसके अलावा उन्होंने निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों का शुल्क भी न्यूनतम करने की मांग की। 

अन्य कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने असम समझौते की धारा-6 के दर्जे पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इस धारा में असमी लोगों की संस्कृति, सामाजिक-भाषाई पहचान और विरासत के संरक्षण और संव‌र्द्धन के लिए संवैधानिक, विधायी और प्रशासनिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की बात कही गई है।

केरल सोना तस्करी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग

लोकसभा में कांग्रेस सदस्य हिबि ईडन ने केरल सोना तस्करी मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों को साजिश के दृष्टिकोण से जांच करनी चाहिए।

पाक पर दबाव बनाने को अंतरराष्ट्रीय मीडिया बातचीत हो

राज्यसभा में बीजद के सस्मित पात्रा ने पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक राय बनाने के लिए सरकार से अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ बातचीत करने की मांग की। उन्होंने पाक पर दबाव बनाने के लिए जी-8 देशों के साथ वार्ता का सुझाव भी दिया।

मंडी कानून में संशोधन समेत कृषिष से जु़़डे तीन विधेयकों पर रविवार को संसद की अंतिम मुहर लग सकती है। लोकसभा से पारित इन विधेयकों को राज्यसभा में रविवार की सुबह सबसे पहले लगाया गया है। जाहिर है नंबर गेम में भारी सरकार को इन्हें पारित कराने में ज्यादा परेशानी भी नहीं होगी। वैसे यह देखना ज्यादा रोचक होगा कि राजनीतिक विवाद में उलझे इस मुद्दे पर विपक्ष कितनी एकजुट हो पाता है। माना यह जा रहा है कि विपक्ष या फिर निरपेक्ष खेमे में ख़़डे दलों को कांग्रेस साधने की हर संभव कोशिश कर रही है लेकिन कोई साथ नहीं आ रहा है।

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