ढांचा ध्वंस मामले में पाक के बयान पर विदेश मंत्रालय का करारा पलटवार, कहा- भारत में है परिपक्‍व लोकतंत्र

ढांचा ध्वंस मामले में पाक के बयान पर भारत ने पलटवार करते हुए कहा कि भारत एक परिपक्व लोकतंत्र है जहां सरकार और नागरिक अदालतों के फैसलों का सम्‍मान करते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने चीन के साथ जारी तनाव पर भी बात रखी...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 07:26 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 07:41 PM (IST)
ढांचा ध्वंस मामले में पाक के बयान पर विदेश मंत्रालय का करारा पलटवार, कहा- भारत में है परिपक्‍व लोकतंत्र
ढांचा ध्वंस मामले में पाक के बयान पर भारत ने करारा पलटवार किया है...

नई दिल्‍ली, एएनआइ। ढांचा ध्वंस मामले में पाक के बयान पर भारत ने गुरुवार को करारा पलटवार किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने कहा कि भारत एक परिपक्व लोकतंत्र है जहां सरकार और नागरिक अदालतों के फैसलों का सम्‍मान करते हैं। ऐसी व्‍यवस्‍था उस देश (पाकिस्‍तान) में नहीं बन सकती जहां लोगों और अदालतों को सरकार की शह पर चुप कराया जा सकता है। मालूम हो कि विशेष अदालत द्वारा अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले के सभी 32 आरोपितों को बरी करने पर पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने भारत से मुस्लिमों के पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा था। 

पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन से जारी तनाव के मसले पर अनुराग श्रीवास्‍तव ने कहा कि भारत और चीन दोनों सैन्‍य स्‍तर की अगली बातचीत पर काम कर रहे हैं। दोनों ही पक्षों ने एलएसी पर मौजूदा हालात की समीक्षा की है और एक दूसरे से विचार साझा किए हैं। श्रीवास्‍तव ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर छह और सात अक्तूबर को जापान की यात्रा पर रहेंगे। वह भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों की दूसरी बैठक में हिस्‍सा लेंगे जो 6 अक्टूबर से शुरू होगी। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब चीन के साथ कई देशों का तनाव चल रहा है। 

अनुराग श्रीवास्‍तव ने बताया कि बैठक का एजेंडा कोविड-19 के बाद अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के साथ वैश्विक महामारी से निपटने के लिए समन्वय युक्त जवाब की जरूरत पर केंद्रित होगा। इसमें स्वतंत्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर भी चर्चा होने की उम्मीद है। आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच जारी लड़ाई पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि चिंताजनक रिपोर्टें सामने आ रही हैं। मौजूदा हालात को लेकर भारत चिंतित है। यह नया विवाद क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बन गया है। भारत दोनों देशों से युद्ध खत्म करने और शांति की पहल करने की अपील करता है। 

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