सरकार के पास भ्रष्‍टाचार को खत्‍म करने और इसके खिलाफ कार्रवाई करने की मजबूत इच्‍छाशक्ति- पीएम मोदी

सीवीसी और सीबीआई की ज्‍वांइट कांफ्रेंस में पीएम मोदी ने भ्रष्‍टाचार और पूर्व की सरकारों पर जबरदस्‍त निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार पहले की सरकारों की तरह काम नहीं करती है। उसके पास भ्रष्‍ट्राचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की इच्‍छाशक्ति है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:08 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 11:46 AM (IST)
सरकार के पास भ्रष्‍टाचार को खत्‍म करने और इसके खिलाफ कार्रवाई करने की मजबूत इच्‍छाशक्ति- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सीवीसी और सीबीआई की ज्‍वाइंट कांफ्रेंस को किया संबोधित

नई दिल्‍ली (एएनआई)। प्रधानमंत्री का कहना है कि आज की केंद्र सरकार न तो पहले की तरह काम करती है न ही उसकी नीति पहले जैसी है। मौजूदा सरकार भ्रष्‍टाचार पर कड़ा प्रहार करना जानती है और ऐसा करने के लिए उसके पास मजबूत इच्‍छा‍शक्ति भी है। उन्‍होंने ये बातें सेंट्रल विजिलेंस कमीशन और सेंट्रल ब्‍यूरो आफ इंवेस्टिगेशन की ज्‍वांइट कांफ्रेंस के दौरान कही हैं। उनके भाषण के कुछ प्रमुख अंश :- भ्रष्‍टाचार के अन्‍याय को खत्‍म करना है। हम सरकारी प्रक्रियाओं को आसान कर रहे हैं। गरीबों को लूटने वालों पर कोई रहम नहीं अब भ्रष्‍टाचार पर कड़ा प्रहार होता है सरकार के पास भ्रष्‍टाचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की इच्‍छाशक्ति है। पहले के सिस्‍टम में कई खामियां थी। पहले की तरह सरकार नहीं चल रही है।  सरकार के काम की एक ही कसौटी है जनहित जन सरकार अब मिनिमम गवर्नमेंट और मैक्सिमम गवर्ननेंस है। मैक्सिमम कंट्रोल और मिनिमन डैमेज होता है। न्‍यू इंडिया अब ये भी मानने को तैयार नहीं कि भ्रष्टाचार सिस्टम का हिस्सा है। उसे ट्रांसपेरेंट सिस्‍टम चाहिए, एफिशिएंट प्रोसेस चाहिए और स्‍मूथ गवर्नेंस चाहिए।  हमने देशवासियों के जीवन से सरकार के दखल को कम करने को एक मिशन के रूप में लिया। मैक्सिमम गवर्नमेंट कंट्रोल के बजाय मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस पर फोकस किया आज 21वीं सदी का भारत, आधुनिक सोच के साथ ही टेक्नोलॉजी को मानवता के हित में इस्तेमाल करने पर बल देता है। न्यू इंडिया इनोवेट इनिशिएट करता है और इंप्लिमेंट भी करता है। आज देश को ये भी विश्वास हुआ है कि देश को धोखा देने वाले, गरीब को लूटने वाले, कितने भी ताकतवर क्यों ना हो, देश और दुनिया में कहीं भी हों, अब उन पर रहम नहीं किया जाता, सरकार उनको छोड़ती नहीं है। बीते 6-7 सालों के निरंतर प्रयासों से हम देश में एक विश्वास कायम करने में सफल हुए हैं, कि बढ़ते हुए करप्शन को रोकना संभव है। आज देश को ये विश्वास हुआ है कि बिना कुछ लेन-देन के, बिना बिचौलियों के भी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकता है- पीएम श्री भ्रष्टाचार  छोटा हो या बड़ा, वो किसी ना किसी का हक छीनता है। ये देश के सामान्य नागरिक को उसके अधिकारों से वंचित करता है, राष्ट्र की प्रगति में बाधक होता है और एक राष्ट्र के रूप में हमारी सामूहिक शक्ति को भी प्रभावित करता है- पीएम श्री भ्रष्टाचार से जुड़ी नई चुनौतियों के सार्थक समाधान तलाशने के लिए आप सब सरदार वल्लभ भाई पटेल के सानिध्य में महामंथन के लिए जुटे हैं। सरदार पटेल ने हमेशा गवर्नेंस को भारत के विकास का, जन सरोकार का, जन हित का आधार बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है- पीएम श्री आज हम भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आने वाले 25 वर्ष, यानि इस अमृतकाल में आत्मनिर्भर भारत के विराट संकल्पों की सिद्धि की तरफ देश बढ़ रहा है। आज हम गुड गवर्नेंस- प्रो पीपल, प्रोएक्टिव गवर्नेंस को सशक्त करने में जुटे हैं।  

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