सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में, दिल्ली 19वें स्थान पर

देश भर में होने वाले सड़क हादसे और मौत के मामलों में वर्ष 2018 का आंकड़ा 2017 के मुकाबले बढ़ गया है। पूरे वर्ष भर में हादसों की संख्या में 2134 की बढ़ोत्तरी हुई है।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 08:27 AM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 08:27 AM (IST)
सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में, दिल्ली 19वें स्थान पर
सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें उत्तर प्रदेश में, दिल्ली 19वें स्थान पर

नई दिल्ली [लोकेश चौहान]। देश भर में होने वाले सड़क हादसे और मौत के मामलों में वर्ष 2018 का आंकड़ा 2017 के मुकाबले बढ़ गया है। पूरे वर्ष भर में हादसों की संख्या में 2,134 की बढ़ोत्तरी हुई है। वर्ष 2018 में देश भर में चार लाख 67 हजार 44 हादसे हुए। सड़क हादसों में होने वाली मौत के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है, जबकि देश की राजधानी दिल्ली इस मामले में 19वें नंबर है। वहीं पूरे देश में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं (63,920) तमिलनाडु में हुई हैं। दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश, तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश है। इस मामले में दिल्ली 17वें स्थान पर है।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रलय द्वारा जारी की गई 2018 की वार्षिक रिपोर्ट में जहां सड़क हादसों की संख्या में बढ़ोत्तरी 0.5 प्रतिशत की है, वहीं सड़क हादसों में होने वाली मौत का आंकड़ा 2.4 प्रतिशत बढ़ गया है।

वर्ष 2018 में पूरे देश में हुए सड़क हादसों में एक लाख 51 हजार 417 लोगों की जान गई। रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 2017 के मुकाबले सड़क हादसों की संख्या में 5.88 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि सड़क हादसों में होने वाली मौतों के मामलों में 6.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 2018 में भी सबसे अधिक सड़क हादसे (45.86 प्रतिशत) पैदल लोगों के साथ हुए हैं। दूसरा नंबर (33.72 प्रतिशत) दोपहिया वाहन चालकों का है।

दिल्ली में 15.26 प्रतिशत हादसे कार चालकों द्वारा हुए। जबकि ट्रक, बस और अन्य भारी वाहनों से 11 प्रतिशत हादसे हुए। हादसों में मारे जाने वाले सबसे ज्यादा 48 प्रतिशत लोग 18 से 35 वर्ष के थे। जबकि 35 से 45 वर्ष की उम्र के लोगों की संख्या 21.6 प्रतिशत रही। ओवर स्पीड के कारण 64.4 प्रतिशत लोगों की मौत हुई।

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