राकांपा सुप्रीमो शरद पवार का बड़ा बयान, कहा- नहीं करूंगा सुशांत मामले की CBI जांच का विरोध

राकांपा सुप्रीमों शरद पवार ने सुशांत मामले की सीबीआइ से जांच कराने का विरोध नहीं करने की बात कही है। हालांकि उन्‍होंने मुंबई पुलिस पर भी भरोसा जताया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 04:11 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 04:25 AM (IST)
राकांपा सुप्रीमो शरद पवार का बड़ा बयान, कहा- नहीं करूंगा सुशांत मामले की CBI जांच का विरोध
राकांपा सुप्रीमो शरद पवार का बड़ा बयान, कहा- नहीं करूंगा सुशांत मामले की CBI जांच का विरोध

मुंबई, एएनआइ। राकांपा सुप्रीमों शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने सुशांत मामले की सीबीआइ से जांच कराने का विरोध नहीं करने की बात कही है। हालांकि उन्‍होंने मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस पर भी भरोसा जताया है। उन्‍होंने बुधवार को कहा कि मैंने पिछले 50 वर्षों से महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को देखा है। मुझे मुंबई पुलिस पर भरोसा है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि दूसरे लोगों ने मुंबई पुलिस पर क्या आरोप लगाए हैं। यदि किसी को लगता है कि CBI या किसी अन्य एजेंसी को मामले की जांच करनी चाहिए, तो मैं इसका विरोध नहीं करूंगा।  

कांग्रेस नेता संजय निरूपम के बयान के बाद आए राकांपा प्रमुख की इस प्रतिक्रिया से शिवसेना को करारा झटका लगा है जो मामले की सीबीआइ जांच का विरोध कर रही है। बीते दिनों शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि सुशांत सिंह मामले में सीबीआइ ने यदि केस दर्ज किया है तो यह उनकी मजबूरी है। बिहार सरकार ने सिफारिश की जबकि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था। ये मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है, जैसा है। एफआइआर मुंबई में दर्ज है और मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है। राउत ने यह भी कहा था कि सुशांत के अपने पिता से रिश्ते अच्छे नहीं थे। 

मामले में सियासी उठापटक के बीच सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने नौ पन्नों का एक पत्र जारी कर धमकी दिए जाने की बात कही है। इस बीच सुशांत के चचेरे भाई ने शिवसेना नेता संजय राउत से विवादित टिप्पणी के लिए माफी मांगने की बात कही है। राउत ने सुशांत के पिता के दूसरे विवाह के बारे में बयान दिया है जिसे लेकर परिजनों ने सख्‍त आपत्ति जताई है। सुशांत मामले में ईडी भी वित्‍तीय लेनदेन में हेराफेरी को लेकर जांच कर रही है। ईडी रिया समेत अब तक कई लोगों से इस बारे में पूछताछ भी कर चुकी है। 

उधर बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि सुशांत की मौत को लेकर पटना में दर्ज कराई गई एफआइआर वैध है। मामले की जांच के सिलसिले में मुंबई पहुंची राज्य की पुलिस के साथ महाराष्ट्र पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। बिहार सरकार ने यह भी कहा था कि मुंबई पुलिस ने उसे सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रति भी नहीं उपलब्‍ध कराई। बिहार सरकार ने कहा कि राजपूत की मौत के मामले में मुंबई में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नही की गई है। उधर रिया चक्रवर्ती की ओर से पेश वकील ने कहा कि सुशांत के पिता द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी का पटना में किसी अपराध से संबंध नहीं है। 

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