हरिवंश पर जमकर बरसे शरद पवार, निलंबित सांसदों के समर्थन के लिए NCP प्रमुख ने रखा दिन भर उपवास

राज्यसभा से निलंबित सांसदों के प्रति अपना समर्थन जताते हुए नेशनल कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने एक दिन के उपवास का ऐलान किया है। वहीं सदन के उपसभापति हरिवंश सांसदों के अनियंत्रित आचरण से आहत होकर एक दिन के उपवास पर हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 02:03 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 02:03 PM (IST)
हरिवंश पर जमकर बरसे शरद पवार, निलंबित सांसदों के समर्थन के लिए NCP प्रमुख ने रखा दिन भर उपवास
एक दिन के उपवास पर गए NCP प्रमुख शरद पवार

राज्य ब्यूरो, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं देश के पूर्व कृषि मंत्री शरद पवार ने निलंबन के बाद धरने पर बैठे आठ राज्यसभा सदस्यों के समर्थन में न सिर्फ दिन भर का उपवास रखा, बल्कि उप सभापति हरिवंश पर जमकर भड़ास भी निकाली। पवार ने कहा कि सदन के सदस्यों के साथ ऐसा व्यवहार हमने आज तक किसी अध्यक्ष का नहीं देखा।

उप सभापति को उस नियम के बारे में सुनना चाहिए था, जिसका जिक्र सदस्य कर रहे थे

स्वयं राज्यसभा सदस्य पवार ने कहा कि मेरे जैसा सदस्य उप सभापति या उनके आसन पर बैठे व्यक्ति से उम्मीद करता है कि किसी भी मुद्दे को गंभीरतापूर्वक सुने एवं सदस्यों को विचार व्यक्त करने का अवसर दे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पवार के मुताबिक, विपक्षी सदस्यों ने उप सभापति को बताया कि राज्यसभा में कृषि विधेयक आने के बाद वे (उप सभापति) नियमानुसार नहीं चले। उप सभापति से उम्मीद की जाती है कि वे कम से कम उस नियम के बारे में तो सुनते, जिसका जिक्र सदस्यगण कर रहे थे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और तुरंत मतदान करवा दिया गया। वह भी ध्वनिमत से। तब सदस्यों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

कहा, सदन के सदस्यों के साथ ऐसा व्यवहार आज तक किसी अध्यक्ष का नहीं देखा

पवार कहते हैं कि मैं महाराष्ट्र एवं देश के सदनों में 50 साल से काम कर रहा हूं। लेकिन सदस्यों के साथ ऐसा व्यवहार मैंने किसी अध्यक्ष का नहीं देखा। उनके अनुसार राज्यसभा में पिछले दो दिनों में जो हुआ, वह पहले कभी नहीं देखा गया।हरिवंश पर हमला बोलते हुए शरद पवार ने कहा, मैंने सुना है कि उप सभापति महोदय संसदीय लोकतंत्र एवं अधिकारों का पालन करनेवाले स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा का निर्वाह करते हैं। लेकिन हरिवंश ने ऐसी किसी परंपरा का ध्यान नहीं रखा।

सदस्यों को निलंबित किया गया। उनके अधिकारों का हनन हुआ। मुझे खुशी है कि संसद परिसर में धरने पर बैठे सदस्यों ने मंगलवार सुबह उप सभापति द्वारा ले जाई गई चाय पीने से इन्कार कर अपना उपवास जारी रखा। टीवी चैनलों पर इस तरह चाय पिलाने को एक तरह की गांधीगीरी बताया जा रहा है। लेकिन, मैंने गांधी के विचारों का ऐसा अपमान पहले कभी नहीं देखा। पवार ने कहा कि मैं धरने पर बैठे सदस्यों के समर्थन में एक दिन का उपवास रख रहा हूं।

पवार और ठाकरे को आयकर का नोटिस

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है। पवार की पुत्री सुप्रिया सुले और उद्धव के पुत्र आदित्य ठाकरे को भी नोटिस भेजा गया है। इस पर तंज कसते हुए पवार ने कहा कि लगता है वे (केंद्र सरकार) मुझे बहुत चाहते हैं। आयकर विभाग की तरफ से भेजे गए नोटिस में पिछले कुछ चुनावों में इन नेताओं द्वारा दिए गए हलफनामे के आधार पर कुछ जानकारी मांगी गई है।

उद्धव ठाकरे ने यह हलफनामा कुछ माह पहले अपने विधान परिषद चुनाव के समय दिया था, जबकि उनके पुत्र आदित्य ने विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरते समय। मंगलवार को जब पवार से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को नोटिस भिजवाकर उनके विरुद्ध दुष्प्रचार करना चाहती है। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पवार को एक नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद जनसमर्थन अचानक उनके पक्ष में आने लगा था।

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