मुख्तार अब्बास नकवी बोले, कांग्रेस सत्ता में जेम्स बांड थी, अब उठा रही पेगासस का मनगढ़ंत मुद्दा

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद में चल रहे गतिरोध के बीच रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा कि सत्ता में रहने के दौरान जासूसी की जेम्स बांड रही पार्टी अब फर्जी एवं मनगढ़ंत मुद्दे पर संसद का समय बर्बाद करना चाहती है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:22 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:22 PM (IST)
मुख्तार अब्बास नकवी बोले, कांग्रेस सत्ता में जेम्स बांड थी, अब उठा रही पेगासस का मनगढ़ंत मुद्दा
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद में चल रहे गतिरोध के बीच रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा कि सत्ता में रहने के दौरान जासूसी की जेम्स बांड रही पार्टी अब फर्जी एवं मनगढ़ंत मुद्दे पर संसद का समय बर्बाद करना चाहती है। राज्यसभा के उपनेता ने कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों पर रैंट एंड रन (आरोप लगाओ और भाग जाओ) की नीति पर चलने का भी आरोप लगाया।

नकवी ने 13 अगस्त से पहले मानसून सत्र खत्म होने की बातों को बताया अफवाह

एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि सरकार इस मानसून सत्र में जनता से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि जल्द ही गतिरोध टूटेगा और दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारु रूप से चलेगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने संसद के मानसून सत्र को कम करने की बात को भी खारिज कर दिया और कहा कि इस तरह की अफवाहों का कोई आधार नहीं है। सत्र 13 अगस्त तक निर्धारित किया गया था और तब तक कार्य सूचीबद्ध है।

कहा, सरकार इस सत्र में जनता से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार

यह पूछे जाने पर कि क्या संसद में गतिरोध खत्म करने के लिए कोई बीच का रास्ता निकाला जा सकता है, नकवी ने कहा कि कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल रैंट एंड रन फार्मूला अपना रहे हैं। लोगों के मुद्दों पर बहस और चर्चा में भाग लेने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने पहले कहा कि हम कोरोना पर चर्चा चाहते हैं, लेकिन बाद में नहीं माने। उन्होंने कहा कि हम किसानों पर चर्चा चाहते हैं और फिर उस पर सहमत नहीं हुए। देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की समस्या है, वे उस पर या मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

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