MP कांग्रेस में G-23 के नेताओं की उपेक्षा, अरुण यादव के बाद अब विवेक तन्खा हुए नाराज, भाजपा हुई हमलावर

मध्य प्रदेश में खंडवा लोकसभा सीट के उपचुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव की उपेक्षा का मामला थमा नहीं है। अब राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के जी-23 के सदस्य विवेक तन्खा कांग्रेस संगठन में अपने सम्मान को लेकर नाराज हो गए हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 07:48 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 07:48 PM (IST)
MP कांग्रेस में G-23 के नेताओं की उपेक्षा, अरुण यादव के बाद अब विवेक तन्खा हुए नाराज, भाजपा हुई हमलावर
राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के जी-23 के सदस्य विवेक तन्खा

भोपाल, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस में जारी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश में कांग्रेस के उन नेताओं की उपेक्षा जारी है, जो जमीनी पकड़ रखते हैं। कई बार कांग्रेस के असंतुष्ट ग्रुप जी-23 के नेताओं को अलग-थलग करने का प्रसार किया जाता है। मध्य प्रदेश में खंडवा लोकसभा सीट के उपचुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव की उपेक्षा का मामला थमा नहीं है। अब राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के जी-23 के सदस्य विवेक तन्खा कांग्रेस संगठन में अपने सम्मान को लेकर नाराज हो गए हैं।

मामला 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची का है। इसमें विवेक तन्खा का नाम नहीं था। बाद में तन्खा का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया, लेकिन इसके बदले विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति का नाम हटाना पड़ा। अब इस मामले में प्रदेश भाजपा हमलावर है। उसने कांग्रेस खरी-खरी सुनाई है।

अरुण यादव ने उपचुनाव लड़ने से किया इन्कार

ज्ञात हो कि पार्टी में उपेक्षित होने के कारण पिछले दिनों मध्य प्रदेश प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कद्दावर नेता अरुण यादव ने खुद ही खंडवा लोकसभा उपचुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया था। बाद में प्रदेश में नाराजगी रोकने के लिए कांग्रेस ने स्टार प्रचारक की जिम्मेदारी देते हुए 20 नेताओं की सूची गत आठ अक्टूबर को सार्वजनिक की थी। इसमें अरुण यादव का नाम शामिल था, जबकि राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा का नाम नदारद था।

एनपी प्रजापति का नाम हटाकर विवेक तन्खा हुए शामिल

सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा सूची में नाम नहीं होने खुश नहीं थे। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस की ओर से नाराजगी को थामने की कोशिश हुई और नौ अक्टूबर को संशोधित सूची जारी की गई। इसमें 18वें नंबर पर एनपी प्रजापति का नाम हटाकर विवेक तन्खा को शामिल किया गया। यह मामला मंगलवार को सार्वजनिक हुआ। इस पर भाजपा हमलावर हो गई। इसे लेकर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने ट्वीट किया कि कांग्रेस की अदालत में अनुसूचित जाति का नेता धनाढ्य वकील से केस हार गया। क्या कांग्रेस अनुसूचित जाति वर्ग का ऐसे सम्मान करती है?

मैं अपने नाम को लेकर मना कर देता: विवेक तन्खा

बाद में स्टार प्रचारकों की सूची में बदलाव को लेकर विवेक तन्खा ने ट्वीट किया कि उपचुनाव में स्टार प्रचारक की सूची चुनावी प्रक्रिया की व्यवस्था है। मुझे पता होता कि प्रजापतिजी के नाम की जगह मेरा नाम सम्मिलित किया जा रहा है तो मैं विनम्रतापूर्वक मना कर देता। अब फिर सूची में बदलाव कर दिया जाए तो मुझे आपत्ति नहीं है। प्रचार हम सब करेंगे। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह ने बताया कि स्टार प्रचारकों की सूची में बदलाव संबंधी जानकारी हमें नहीं है।

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