ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पर जोरदार प्रहार, कहा - दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से नहीं चाहिए प्रमाण पत्र

भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया न कहा कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से कहना चाहता हूं कि टाइगर अभी जिंदा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 05:42 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 01:32 AM (IST)
ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पर जोरदार प्रहार, कहा - दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से नहीं चाहिए प्रमाण पत्र
ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पर जोरदार प्रहार, कहा - दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से नहीं चाहिए प्रमाण पत्र

 भोपाल, राज्‍य ब्‍यूरो। कांग्रेस छोड़ने के बाद गुरुवार को दूसरी बार मध्य प्रदेश आए भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसे प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की चिंता नहीं है। कांग्रेस तो सिंहासन के लिए छटपटा रही है। विधानसभा की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा की जमीन मजबूत कर रहे सिंधिया ने पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चेतावनी देने के साथ तंज कसा, 'टाइगर अभी जिंदा है। भाजपा उपचुनाव में सभी 24 सीट जीतकर कांग्रेस को मुंह तोड़ जवाब देगी।'

 जनता की सेवा से भटक गई है कांग्रेस

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता की सेवा से भटक गई है। वह काला दिवस मना रही है, जबकि उसे तो आपातकाल जिस दिन लगाया गया, उस दिन को काला दिवस के रूप में मनाना चाहिए। कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के आरोपों पर कहा कि उन्हें इन लोगों के प्रमाण की जरूरत नहीं है। सिंधिया ने 15 महीने की कमल नाथ सरकार को किस्तों की सरकार बताया और कहा कि उसने प्रदेश के पूरे भंडार को लूट लिया था। वादाखिलाफी का इतिहास लिखा है। 15 महीने की सरकार के अनुभव बताते हुए सिंधिया ने कहा कि सरकार में वापस आने के लिए इन लोगों ने हर तरह के प्रयास किए और गलत तरीके भी इस्तेमाल किए हैं।

कमल नाथ ने विष कैंपेन चलाकर चरित्र पर लगाए आरोप

सिंधिया ने तीन महीने मध्य प्रदेश नहीं आने पर सफाई देते हुए कहा कि लॉकडाउन के कारण प्रदेश नहीं आ सके और एक महीने से कोरोना संक्रमित होने से घर में रहे। मगर इस दौरान कमल नाथ ने 90 दिन जिस तरह विष कैंपेन चलाकर चरित्र पर दाग लगाने की कोशिश की, उसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्हें प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता जवाब देगी। जनता कोरोना का सामना कर रही है, लेकिन कांग्रेस या कमल नाथ को इसकी चिंता नहीं है और न ही उनकी सेवा की।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता की सेवा में लगे रहे। सिंधिया फाउंडेशन के माध्यम से कोरोना महामारी में लोगों की मदद की। प्रदेश के बाहर रहने वाले मप्र के लोगों को वापस लाए और विदेशों से भी कई लोगों को देश वापस लेकर आए। उन्होंने कमल नाथ या दिग्विजय सिंह से सवाल किया कि वे बताएं कि कोरोना महामारी को लेकर उन्होंने क्या सेवा की।

मंत्रिमंडल विस्तार नहीं, बल्कि जनसेवकों की सेना का गठन

सिंधिया ने मंत्रिमंडल विस्तार पर कहा कि यह मंत्रिमंडल विस्तार नहीं है, बल्कि जनसेवकों की सेना का गठन है। मंत्रियों को सलाह दी कि गरीब, किसान और समाज के हर वर्ग को साथ लेकर उत्थान के लिए एकजुट होकर काम करें। उन्होंने मंत्रियों को चेताया कि मंत्रिमंडल विस्तार को त्योहार की तरह न लें, बल्कि जो जिम्मेदारी मिली है, उसे निभाने के लिए अच्छे से काम करें।

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करीब 100 दिनों की सरकार चलाने के बाद गुरुवार को कैबिनेट का विस्तार किया है। राज्यपाल आनंदबेन पटेल ने 28 मंत्रियों को पद एंव गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन 28 मंत्रियों की लिस्ट में खास बात यह है कि इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खास लोगों को मदद जगह नहीं मिली है। इस लिस्ट में ज्यादातर कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का दबदबा दिख रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार के पहले चरण में सिंधिया के खेमे के दो विधायकों को मंत्री बनाया गया था और अब सिंधिया समर्थक 12 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। मंत्रीमंडल विस्तार ने संकेत दे दिया है कि अब भाजपा में ज्योतिरादित्य की भी मर्जी चलेगी।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण से पहले ट्वीट कर कहा कि अन्याय के खिलाफ़ छेड़ा गया संघर्ष ही धर्म है| शपथ ग्रहण के बाद उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल हुए सभी नए मंत्रियों को बधाई। मुझे विश्वास है कि प्रदेश की तरक्की और विकास के लिए आप सब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान के साथ कंधे से कंधा मिला कर कार्य करेंगे। आप सभी को शुभकामनाएं। 

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