मनी लांड्रिंग मामला: अशोक गहलोत के छोटे भाई अग्रसेन दूसरी बार समन पर ED के समक्ष नहीं हुए पेश

मनी लांड्रिंग मामला ईडी के अधिकारियों के अनुसार उन्हें पहली बार 29 जुलाई को तलब किया गया था लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वह पेश नहीं हुए थे।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 08:13 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 08:13 AM (IST)
मनी लांड्रिंग मामला: अशोक गहलोत के छोटे भाई अग्रसेन दूसरी बार समन पर ED के समक्ष नहीं हुए पेश
मनी लांड्रिंग मामला: अशोक गहलोत के छोटे भाई अग्रसेन दूसरी बार समन पर ED के समक्ष नहीं हुए पेश

नई दिल्ली, एजेंसी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत दूसरी बार जारी समन पर भी ईडी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए। ईडी के अधिकारियों के अनुसार उन्हें पहली बार 29 जुलाई को तलब किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वह पेश नहीं हुए थे। मंगलवार को भी वे इसी आधार पर हाजिर नहीं हुए। अब उन्हें अगले हफ्ते दिल्ली में ईडी के दफ्तर में तलब किया गया है।

गौरतलब है कि अग्रसेन गहलोत का बेटा अनुपम 29 जुलाई को ईडी के समक्ष हाजिर हुआ था और उसने जांच एजेंसी को उनके परिवार की कंपनी अनुपम कृषि के साथ उसके व्यावसायिक संबंधों का ब्योरा दिया था। उसी दिन उसे उसके पिता को चार अगस्त को पेश होने का ताजा समन सौंपा गया था। ज्ञात हो कि ईडी उक्त कंपनी के उर्वरक निर्यात में कथित वित्तीय अनियमितता को लेकर मनी लांड्रिंग केस की जांच कर रही है। इसी सिलसिले में ईडी ने 22 जुलाई को अग्रसेन गहलोत के जोधपुर व कुछ अन्य ठिकानों पर स्थित परिसरों पर छापे मारे थे। 

अग्रसेन पोटाश की आपूर्ति करने वाली कंपनी इंडियन पोटाश लिमिटेड (आइपीएल) के डीलर थे। अग्रसेन पर आरोप था कि उन्होंने अपनी फर्म के दस्तावेजों में हेरफेर कर दर्शा दिया कि आइपीएल के जरिये मिला पोटाश किसानों को वितरित किया जा चुका है जबकि वास्तव में ऐसा नहीं हुआ था। उस समय अग्रसेन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि हो सकता है कि कुछ बिचौलियों ने किसानों के नाम पर उनसे पोटाश खरीद कर उसका निर्यात कर दिया हो। उनका यह भी दावा था कि उन्होंने किसी बिचौलिये को पोटाश नहीं बेचा। बताया जाता है कि इस मामले में अग्रसेन द्वारा 11 लाख रुपये का जुर्माना भी भरा था।

ऐसा है अशोक गहलोत का कुनबा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चार भाई हैं। सबसे बड़े कंवरसेन थे, जिनका कुछ समय पहले निधन हुआ है। दूसरे नंबर के भाई अग्रसेन गहलोत हैं, फिर अशोक गहलोत और सबसे छोटे भाई विक्रम गहलोत। विक्रम का भी निधन हो चुका है। अग्रसेन गहलोत का एक बेटा अनुपम है। अग्रसेन की दो बेटियां भी हैं।

अशोक गहलोत की एक बहन विमलादेवी हैं। विमलादेवी के दो बेटे हैं। बड़े बेटे रेणू सा की आयल एजेंसी है। दूसरे बेटे जसवंत कछवाहा हैं। जसवंत ही जोधपुर में अशोक गहलोत का काम देखते है। इनके पास गैस एजेंसी है। अशोक गहलोत के परिवार में पत्नी सुनीता, पुत्र वैभव, पुत्री सोनिया गहलोत हैं। वैभव और सोनिया दोनों का विवाह हो चुका है। वैभव सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं और अभी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। 

chat bot
आपका साथी