पाक से LOC के जरिए व्यापार बंद, कैलिफोर्निया के बादाम बने सुरक्षा के लिए घातक

कैलिफोर्निया के बादाम भारत की सुरक्षा और आर्थिक सेहत के लिए बेहद घातक साबित हो रहे हैं।बादामों की खेप के साथ हथियारों नशीली दवाओं और नकली भारतीय मुद्रा की तस्करी की जा रही है।

By TaniskEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 05:13 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 08:30 PM (IST)
पाक से LOC के जरिए व्यापार बंद, कैलिफोर्निया के बादाम बने सुरक्षा के लिए घातक
पाक से LOC के जरिए व्यापार बंद, कैलिफोर्निया के बादाम बने सुरक्षा के लिए घातक

नई दिल्ली, प्रेट्र । विश्व भर में अपनी उच्च पौष्टिकता के लिए विख्यात अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के बादाम भारत की सुरक्षा और आर्थिक सेहत के लिए बेहद घातक साबित हो रहे हैं। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा (एलओसी) के रास्ते भारत में बेचे जाने वाले इस बादाम की कमाई पाकिस्तानी आतंकियों और अलगाववादियों को पहुंचती है। फिर वह इसका इस्तेमाल जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद और दहशतगर्दी को बढ़ावा देने में करते हैं। बताया जाता है कि बादामों की इन बड़ी खेपों के साथ हथियारों, नशीली दवाओं और नकली भारतीय मुद्रा की तस्करी की जा रही है। भारत ने इसी के चलते विगत गुरुवार को नियंत्रण रेखा के आरपार बड़े-बड़े ट्रकों से होने वाले कारोबार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। यह रोक शुक्रवार से ही पूरी तरह से प्रभावी हो गई है। 

नियंत्रण रेखा पर चकन-दा-बाग और सलामाबाद से पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर और जम्मू-कश्मीर के बीच व्यापारिक मार्ग खोला गया था ताकि दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर हो सकें। लेकिन आतंकी संगठनों ने इसका दुरुपयोग किया। आतंकियों की फंडिंग के मामले में जेल में बंद व्यापारी जहू अहमद वटाली एलओसी ट्रेडर्स एसोसिएशन का अध्यक्ष था। लेकिन वह कारोबार से होने वाली कमाई को आतंकियों और अलगाववादियों को देने में संलिप्त पाया गया, ताकि वह कश्मीर घाटी में अशांति फैला सकें। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पहले ही उसकी करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है। इस मामले की जांच जारी है। जांच एजेंसी एनआइए ने टेरर फंडिंग के लिए हवाला नेटवर्क को भी डिकोड कर लिया है। 

नकली नोट, हथियारों की तस्करी 
एलओसी के आरपार के कारोबार का दुरुपयोग नियमित रूप से ढंके-छिपे तौर पर कोकीन, ब्राउन शुगर और हेरोइन जैसी जानलेवा ड्रग्स को कश्मीर घाटी में पहुंचाने के लिए भी हो रहा है। इससे कश्मीरी युवाओं को बर्बाद करने की कोशिशें जारी हैं। उदाहरण के तौर पर हाल ही में 66.5 किलो हेरोइन घाटी से बरामद हुई और यह एलओसी के पार से हुए व्यापार के जरिए यहां पहुंचाई गई थी। कई कनसाइनमेंट में फर्जी भारतीय नोट भी पकड़े गए थे। एक दफा 57 लाख रुपये के नकली नोट, 20 लाख, 15 लाख और 7.5 लाख रुपये के नकली नोट पकड़े गए। इनके साथ एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। नियंत्रण रेखा के उस पार से होने वाले कारोबार में हथियारों का जखीरे में बड़े पैमाने पर पिस्तौल, ग्रेनेड, भाले और गोलियां कश्मीर घाटी में इस्तेमाल के लिए भेजी जाती हैं। हाल ही में कुलगाम से केले के बड़े कनसाइनमेंट में छिपाकर हथियार कश्मीर घाटी लाए जा रहे थे। मजबूरन भारत सरकार को अनिश्चितकाल के लिए यह कारोबार बंद करना पड़ा।

हिजबुल जैसे आतंकी संगठन सक्रिय 
सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी में यह बात आई है कि नियंत्रण रेखा के आरपार होने वाला अधिकांश कारोबार ऐसे लोगों के नियंत्रण में है जिनका प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से गहरा रिश्ता है। इसमें भी सबसे प्रमुख आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन है। कुछ भारतीय नागरिक जो सीमा पार करके पाकिस्तान चले गए हैं और आतंकवादी संगठनों में शामिल हो गए हैं उन्होंने पाकिस्तान में ही व्यापारिक कंपनियां खोल ली हैं। नतीजतन, ये पाकिस्तानी कंपनियां आतंकी संगठनों के इशारों पर काम करती हैं। इन कंपनियों के मालिकों के रिश्तेदार भारत में रहते हैं, जो उन्हें इस गोरखधंधे को चलाने में उनकी भरपूर मदद करते हैं। 

कम कीमत पर बेच अधिक आय 
कैलिफोर्निया में उपजे बादाम नियमित रूप से ट्रकों के काफिलों में भेजे जाते हैं। पाकिस्तानी व्यापारी कैलिफोर्निया के बादामों जैसे कई उत्पादों को उनकी असली कीमत से कम कीमत की रसीद पर खरीद दिखाते हैं। उसके बाद भारत पहुंचकर उन बादामों और अन्य जिन्सों को भारतीय बाजार में ऊंचे दामों पर बेचते हैं। यह कर चोरी करके कारोबारी इन बादामों की खरीद से हुई अतिरिक्त आमदनी को उसके बाद आतंकवादियों या राष्ट्रविरोधी तत्वों को दे देते हैं। यही राष्ट्रविरोध तत्व कश्मीर घाटी में उत्पात मचाते हैं।

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