पूर्वी लद्दाख में चीन से तनाव के बीच 27 अक्टूबर को भारत और अमेरिका की अहम बैठक, जानें किन मुद्दों पर होगी चर्चा

विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारत 27 अक्टूबर को टू-प्लस-टू वार्ता के तीसरे संस्करण की भारत मेजबानी करेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर वार्ता के लिए 26 और 27 अक्टूबर को भारत का दौरा करेंगे।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 09:18 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 07:35 AM (IST)
पूर्वी लद्दाख में चीन से तनाव के बीच 27 अक्टूबर को भारत और अमेरिका की अहम बैठक, जानें किन मुद्दों पर होगी चर्चा
अमेरिका और भारत के बीच महत्‍वपूर्ण मंत्री स्तरीय बैठक होने जा रही है।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन से जारी तनाव के बीच अमेरिका और भारत के बीच महत्‍वपूर्ण मंत्री स्तरीय बैठक होने जा रही है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि भारत 27 अक्टूबर को टू-प्लस-टू वार्ता के तीसरे संस्करण की भारत मेजबानी करेगा। सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर वार्ता के लिए 26 और 27 अक्टूबर को भारत का दौरा करेंगे। 

इस बातचीत में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। बातचीत के इस तीसरे संस्करण में दोनों पक्ष हिंद-प्रशांत क्षेत्र और भारत के पड़ोस के क्षेत्र के अलावा अहम द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा करेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस तरह की वार्ता को मंजूरी दी थी। इस वार्ता का पहला संस्‍करण सितंबर 2018 में दिल्ली में आयोजित किया गया था। दूसरा संस्करण पिछले साल दिसंबर में वाशिंगटन में आयोजित हुआ था। 

उल्‍लेखनीय है कि इस वार्ता की शुरुआत दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती देने की मंशा से हुई थी। इस वार्ता में देशों के बीच कई समझौते संभव हैं। चूंकि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं इसलिए इसका का दायरा सीमित होगा। यदि इस वार्ता में दोनों देशों के बीच बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन फॉर जिओ स्पैटिएल कोऑपरेशन (बीका, BECA) डील पर  सहमति बन जाती है तो यह इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। 

बता दें कि फरवरी 2020 में भारत यात्रा के दौरान ट्रंप ने पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय रिश्तों की धुरी में पांच क्षेत्रों का चयन किया था। इन पांच क्षेत्रों में सुरक्षा, रक्षा, ऊर्जा, टेक्नोलॉजी और आम जनता के बीच संपर्क जैसे मसले शामिल हैं। जानकारों की मानें तो इस टू प्लस वार्ता के केंद्र में भी उक्त पांच सेक्टर होंगे। माना जा रहा है कि वार्ता में कोविड-19 के बाद के वैश्विक हालात और कोविड महामारी से लड़ने में साझा सहयोग के विभिन्न आयामों पर बातचीत संभव है। 

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