विपक्षी दलों पर बरसीं मायावती, बोलीं- संसद में उनका बर्ताव लोकतंत्र को शर्मसार करनेवाला

20 सितंबर को राज्यसभा में किसान बिल पारित कराने के दौरान विपक्षी सांसदों ने काफी शोर-शराबा और हंगामा किया था। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तो उप सभापति के आसान के पास जाकर रूल बुक तक फाड़ दी थी।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 09:50 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 09:53 AM (IST)
विपक्षी दलों पर बरसीं मायावती, बोलीं- संसद में उनका बर्ताव लोकतंत्र को शर्मसार करनेवाला
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती की फाइल फोटो

नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने पिछले दिनों किसान बिल (Farmers Bills) पारित होने के दौरान संसद खासकर राज्यसभा में विपक्षी नेताओं के व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर मायावती ने ट्वीट किया कि वैसे तो संसद लोकतंत्र का मन्दिर ही कहलाता है फिर भी इसकी मर्यादा अनेकों बार तार-तार हुई है. वर्तमान संसद सत्र के दौरान भी सदन में सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का जो व्यवहार देखने को मिला है वह संसद की मर्यादा, संविधान की गरिमा व लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला...अति-दुःखद।

वैसे तो संसद लोकतंत्र का मन्दिर ही कहलाता है फिर भी इसकी मर्यादा अनेकों बार तार-तार हुई है। वर्तमान संसद सत्र के दौरान भी सदन में सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का जो व्यवहार देखने को मिला है वह संसद की मर्यादा, संविधान की गरिमा व लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है। अति-दुःखद। — Mayawati (@Mayawati) September 23, 2020

बता दें कि रविवार (20 सितंबर) को राज्यसभा में किसान बिल पारित कराने के दौरान विपक्षी सांसदों ने काफी शोर-शराबा और हंगामा किया था। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने तो उप सभापति के आसान के पास जाकर रूल बुक तक फाड़ दी थी।

 लगातार जारी है हंगामा

रविवार की घटना के बाद से सदन सुचारू रूप से नहीं चल सका है। हालांकि मंगलवार को सरकार ने सात विधेयक उच्‍च सदन से पास करा लिए। विपक्षी सांसदों का कहना है कि अगर नए कृषि विधेयकों पर उनकी तीन मांगें केंद्र सरकार द्वारा पूरी नहीं की जाती हैं तो वह संयुक्त रूप से सत्र का बहिष्कार करेंगे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि जब तक विपक्ष की मांगें पूरी नहीं होंगी, वो सत्र का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने मंगलवार को कहा कि जब तक हमारे सांसदों के बहिष्कार को वापस नहीं लिया जाता और किसान के विधेयकों से संबंधित हमारी मांगों को नहीं माना जाता, विपक्ष सत्र का बहिष्कार करेगा।

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