भारत के आर्थिक मदद पर मालदीव ने जताया आभार, PM मोदी ने बताया पड़ोसी मित्र देश का धर्म

India Maldives Relations भारत की ओर से मालदीव को दी गई इस आर्थिक मदद पर वहां के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने भारत का आभार जताया है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 09:52 AM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 10:12 AM (IST)
भारत के आर्थिक मदद पर मालदीव ने जताया आभार, PM मोदी ने बताया पड़ोसी मित्र देश का धर्म
भारत के आर्थिक मदद पर मालदीव ने जताया आभार, PM मोदी ने बताया पड़ोसी मित्र देश का धर्म

नई दिल्ली, एएनआइ। भारत ने मालदीव को आर्थिक संकट से उबरने के लिए 25 करोड़ डॉलर (1840 करोड़ रपये) की आर्थिक सहायता दी है। मालदीव की  राजधानी माले स्थित भारतीय दूतावास ने यह सहायता राशि दी। मुख्य रूप से पर्यटन पर आश्रित यह देश कोविड-19 महामारी के चलते बेहाल है। चीन ने मालदीव को अपने कर्ज की वापसी के लिए एक करोड़ डॉलर (74 करोड़ रपये) की किश्त देने के लिए नोटिस दिया है। अब मालदीव चीन के कर्ज की किश्त चुका सकेगा।

भारत की ओर से मालदीव को दी गई इस आर्थिक मदद पर वहां के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने भारत का आभार जताया है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने एक ट्वीट कर भारत और पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा- जब भी मालदीव को किसी मित्र की जरूरत पड़ी, भारत हमेशा इस अवसर पर पहुंचा। उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा कि वित्तीय सहायता के रूप में 25 करोड़ डॉलर (1840 करोड़ रुपये) के आधिकारिक हैंडओवर के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के आम लोगों को मेरी ओर से ईमानदारी से धन्यवाद।

मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे पड़ोसी मित्र देश का धर्म बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा। राष्ट्रपति सालिह हम आपकी गर्मजोशी की भावनाओं की सराहना करते हैं। उन्होंने आगे लिखा कि करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत और मालदीव COVID-19 के स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभाव के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक-दूसरे का समर्थन करना जारी रखेंगे।

भारत ने आर्थिक सहायता का यह फैसला मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मुहम्मद सोलिह की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर हुई वार्ता के बाद लिया। यह आर्थिक सहायता ट्रेजरी बॉन्ड के जरिये दी गई है, जो मालदीव को दस साल की अवधि में लौटानी होगी।

पर्यटन पर आश्रित मालदीव कोविड महामारी के चलते बेहाल है। चीन ने मालदीव की इस दशा की परवाह न करते हुए अपने कर्ज की वापसी के लिए एक करोड़ डॉलर (74 करोड़ रुपये) की किश्त देने के लिए हाल ही में नोटिस दिया है। माना जा रहा है कि अब मालदीव आसानी से चीन के कर्ज की किश्त चुका सकेगा।

chat bot
आपका साथी