सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी की जांच मध्य प्रदेश एटीएस को सौंपी, महाराष्ट्र से जुड़े हो सकते हैं तार

नांदेड़ में संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेने की चर्चा बताया जाता है कि इस मामले में महाराष्ट्र के नांदेड़ से एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 08:35 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 08:41 PM (IST)
सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी की जांच मध्य प्रदेश एटीएस को सौंपी, महाराष्ट्र से जुड़े हो सकते हैं तार
सांसद प्रज्ञा ठाकुर को धमकी की जांच मध्य प्रदेश एटीएस को सौंपी, महाराष्ट्र से जुड़े हो सकते हैं तार

राज्य ब्यूरो, भोपाल। भोपाल से भाजपा की लोकसभा सदस्य साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को जान से मारने की धमकी भरा पत्र और संदिग्ध पाउडर भेजे जाने की जांच अब मध्य प्रदेश पुलिस की एटीएस द्वारा जांच की जाएगी। भोपाल पुलिस ने छह दिन बाद शनिवार को एटीएस को केस डायरी सौंप दी है। एटीएस ने तत्काल मामला दर्ज कर लिया।

समाचार एजेंसी एएनआई ने शनिवार को ट्वीट करमहाराष्ट्र के नांदेड़ से सैयद अब्दुल रहमान को हिरासत में लिए जाने की खबर दी, लेकिन एटीएस ने इसकी पुष्टि नहीं की। सांसद प्रज्ञा ठाकुर को महाराष्ट्र के खड़की जिला पुणे से 13 जनवरी को स्वामी रामचंद्र अय्यर के नाम से पोस्ट किया गया एक पत्र मिला था। इसमें उर्दू भाषा में धमकी दी गई थी तथा एक संदिग्ध पाउडर की पुडि़या भी मिली थी।

छह दिन तक भोपाल पुलिस ने की थी जांच

इस मामले की छह दिन तक भोपाल पुलिस ने जांच की थी लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व एनएसए अजीत डोभाल सहित सांसद प्रज्ञा ठाकुर को जान से मारने की धमकी से जुड़ा मामला होने से इसकी जांच एटीएस से कराए जाने का फैसला किया गया। एटीएस ने टीम बनाई भोपाल पुलिस से केस डायरी मिलने के बाद एटीएस द्वारा जांच के लिए टीम बनाई जा रही है।

हालांकि प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार व सांसद का मामला होने की वजह से एटीएस द्वारा पहले दिन से ही केस पर नजर रखी जा रही थी। अब प्रकरण से जुड़े सूत्रों को जोड़कर तेजी से जांच शुरू की गई है।

संदिग्ध व्यक्ति को लिया गया हिरासत में

नांदेड़ में संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेने की चर्चा बताया जाता है कि इस मामले में महाराष्ट्र के नांदेड़ से एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। इसका नाम सैयद अब्दुल रहमान बताया जा रहा है। इस बारे में जब एटीएस एडीजी राजेश गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने प्रकरण में फिलहाल किसी को हिरासत में लेने या गिरफ्तारी करने से इनकार किया है।

सूत्र बताते हैं कि अभी तक की जांच में यह जरूर सामने आया है कि प्रकरण के तार महाराष्ट्र से जुड़े हो सकते हैं। इसके पीछे धमकी भरे पत्र पर पुणे का पता होना बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस पत्र में उर्दू भाषा में अंसार उल मुसलमिन संगठन के जिंदाबाद के नारे के साथ 26/11 मुंबई हमले और पुलवामा जैसे कई हमलों की धमकी भी दी गई थी।

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