हंगामा करने वाले सांसदों को स्पीकर की चेतावनी, कहा, दोबारा ऐसा किया तो होगी कार्रवाई

लोकसभा अध्यक्ष ने संसद में हंगामा करने वाले सांसदों को सख्त चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगर संसद में ऐसा ही चलता रहा तो मुझे सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 01:36 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 02:47 PM (IST)
हंगामा करने वाले सांसदों को स्पीकर की चेतावनी, कहा, दोबारा ऐसा किया तो होगी कार्रवाई
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि घटना से बहुत आहत हैं।

नई दिल्ली, पीटीआइ। जासूसी कांड को लेकर विपक्ष ने गुरुवार को भी संसद के दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विरोध प्रदर्शनों के बीच सदन की कार्यवाही को शुरू होती ही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दियाी। इस दौरा उन्होंने बुधवार को कुछ विपक्षी सदस्यों के अभद्र व्यवहार पर नाराजगी भी व्यक्त की। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष ने कहा कि वह बुधवार की घटना से बहुत आहत हैं।

इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने संसद में हंगामा करने वाले सांसदों को सख्त चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगर संसद में ऐसा ही चलता रहा तो मुझे सदन की मर्यादा बनाए रखने के लिए उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। सदन के कुछ सदस्य ऐसी घटनाओं को दोहरा रहे हैं जो संसद के नियमों के विरुद्ध हैं।

Some members of the House are repeating incidents that are against Parliament rules; If this continues, I'll have to taken an action against those members in order to maintain the decorum of the House, said Lok Sabha Speaker Om Birla before adjourning the House pic.twitter.com/rQVVF9G1xl

— ANI (@ANI) July 29, 2021

बुधवार को लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने हवा में पर्चे उड़ाने के साथ ही लोकसभा स्पीकर की तरफ भी कागज के टुकड़े फेंके। कांग्रेस के टीएन प्रतापन, हिबी ईडन, रवनीत सिंह बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला, मणिकम टैगोर, दीपक बैज, एएम आरिफ, डीन कुरियाकोस समेत 10 सांसदों का नाम शामिल है।                                       

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार के अड़ियल रवैये के कारण विपक्ष अपनी बात नहीं रख पाया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि जिन सदस्यों ने कागज फाड़ने का सहारा लिया, वे माफी भी नहीं मांगना चाहते। विपक्षी सदस्य पेगासस जासूसी विवाद और तीन कृषि बिलों का विरोध कर रहे हैं।

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