जानिए, पिछले चार सालों में कितने पाक और अफगान शरणार्थियों को में दी जा चुकी है भारत की नागरिकता

राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि पहले भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जा रही है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Wed, 11 Dec 2019 10:14 PM (IST) Updated:Wed, 11 Dec 2019 10:25 PM (IST)
जानिए, पिछले चार सालों में कितने पाक और अफगान शरणार्थियों को में दी जा चुकी है भारत की नागरिकता
जानिए, पिछले चार सालों में कितने पाक और अफगान शरणार्थियों को में दी जा चुकी है भारत की नागरिकता

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नागरिकता कानून में संशोधन से पहले भी पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जा रही है। गृहमंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार सालों में इन दोनों देशों से आए तीन हजार से अधिक शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी गई है। इनमें अकेले 2019 में इन दोनों से आए 917 हिंदुओं और सिखों को नागरिकता दी गई है।

2018 में आंकड़ो को अलख से ऱखने का नहीं था प्रावधान

राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि 2018 के पहले अफगानिस्तान और पाकिस्तान से नागरिकता पाने वालों में हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और इसाई समुदाय के लोगों का आंकड़ा अलग से नहीं रखा जाता था। 2018 में इसे अलग से रखने का प्रावधान किया गया। उन्होंने कहा कि 2016 से 2018 के बीच तीन सालों में पाकिस्तान से आने वाले कुल 1595 और अफगानिस्तान से आने वाले कुल 391 लोगों को नागरिकता दी गई है।

वहीं नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों के जवाब में गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि 566 मुस्लिमों को भी भारत की नागरिकता दी गई है। जो प्रावधान है उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।

बता दें कि बुधवार देर शाम नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गई है। राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद अब नागरिकता संशोधन विधेयक कानून बन जाएगा। संसद ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है।

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