कर्नाटक में कांग्रेस विधायक से मारपीट मामले में जेएन गणेश पार्टी से निलंबित

कर्नाटक में सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक बार फिर सभी विधायकों की सीएलपी बैठक बुलाई है।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 08:48 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 06:34 PM (IST)
कर्नाटक में कांग्रेस विधायक से मारपीट मामले में जेएन गणेश पार्टी से निलंबित
कर्नाटक में कांग्रेस विधायक से मारपीट मामले में जेएन गणेश पार्टी से निलंबित

बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक में कांग्रेस विधायक आनंद सिंह के साथ मारपीट को लेकर पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है। कांग्रेस ने आनंद सिंह के साथ मारपीट के आरोपी विधायक जेएन गणेश को निलंबित कर दिया है। 

विधायकों की लड़ाई के मसले पर कांग्रेस नेता दिनेश कुंडू ने कहा, 'कल रात को वरिष्ठ नेताओं की मुलाकात हुई थी, इसके बाद सभी ने काफी चर्चा की, हमने आनंद सिंह जी के परिवार वालों से मुलाकात की। उन्हें सांत्‍वना दिया है। पार्टी उनके साथ है और हम आनंद जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।'

रिजॉर्ट में खूब लड़े कांग्रेस विधायक
गौरतलब है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त से डर से कांग्रेस ने अपने विधायकों को रिजॉर्ट भेजा था, लेकिन ऐसा करना कांग्रेस के लिए ही सिरदर्द बन गया। बताया जा रहा है कि रिजॉर्ट में कांग्रेस के दो विधायक आनंद सिंह और जेएन गणेश रिजॉर्ट में ही आपस में भिड़ गए। मामला मारपीट तक जा पहुंचा।

यह झगड़ा इतना खतरनाक हो गया कि सिर में चोट लगने के कारण आनंद सिंह को बेंगलुरु के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कांग्रेस सूत्रों की मानें, तो रिजॉर्ट में झगड़े के दौरान विधायक गणेश ने आनंद सिंह के सिर पर बोतल दे मारी थी, जिससे वे घायल हो गए। भाजपा के कथित प्रलोभन से बचाने के लिए पार्टी ने अपने विधायकों को इगलटन रिजॉर्ट में भेजा।

कर्नाटक पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी विधायकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

निजी कारणों से हुई मारपीट : कांग्रेस 
हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि दोनों विधायकों की मारपीट निजी कारणों से हुई और राजनीति से इसका कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी प्रवक्ता मधु गौड़ यक्षी ने कहा कि दोनों विधायक एक ही जिले से आते हैं और दोनों के व्यापारिक रिश्ते हैं। मारपीट की वजह शायद आपसी कारोबार ही है।

सिद्धारमैया ने बुलाई बैठक
सिर फुटौवल के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक बार फिर सभी विधायकों की सीएलपी बैठक बुलाई है। सभी विधायकों को निर्देश जारी कर बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है। दरअसल, कर्नाटक का सियासी ड्रामा मारपीट तक पहुंच चुका है। बताया जा रहा है कि रिजॉर्ट में कांग्रेस के दो नेताओं में मारपीट तक हुई। इस घटना के बाद पार्टी ने दोबारा सीएलपी बैठक बुलाने का फैसला किया।

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने कहा, 'सभी विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वापस जा रहे हैं। हम यहां भाजपा द्वारा इस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश से लड़ने के लिए आए थे। हमें पूरा विश्वास है कि हमारी सरकार सुरक्षितऔर मजबूत है।'

सभी विधायकों को बैठक में शामिल होने के निर्देश
ऐसा माना जा रहा है कि कुछ विधायक कांग्रेस का दामन छोड़ सकते हैं, ऐसे में पार्टी किसी भी तरह का जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। खासकर तक जब लोकसभा चुनाव आने वाले हैं। लिहाजा सभी विधायकों से कहा गया है कि 11 बजे की बैठक में सभी का शामिल होना जरूरी है। बता दें कि सीएलपी की यह दूसरी बैठक होगी। इससे पहले हुई बैठक में कुछ विधायकों ने शिरकत नहीं की थी, इस बैठक में तमाम विधायकों को एकजुट करने की कोशिश हो रही है।

चार विधायकों को भेजा नोटिस
इस सब के बीच पार्टी ने विधायक दल की बैठक में गैरहाजिर रहने वाले अपने चार विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।  कांग्रेस ने अपने चार विधायकों को नोटिस भेजकर पूछा है कि दल-बदल विरोधी कानून के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए?

जिन विधायकों को नोटिस भेजा गया है, उनमें रमेश जारकीहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाताहल्ली शामिल हैं। शुक्रवार को हुई विधायक दल की बैठक में ये विधायक शामिल नहीं हुए थे। जारकीहोली को हाल ही में मंत्री पद से हटाया गया था और वह इससे नाखुश बताए जा रहे थे।

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