28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी, राहुल गांधी को युवा टीम की तलाश

जेएनयू छात्र संघ (JNU Students Union) के पूर्व अध्‍यक्ष और वामपंथी कन्‍हैया कुमार (Dr Kanhaiya Kumar) और आरडीएएम विधायक जिग्नेश मेवानी(Jignesh Mewani) 28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने इस खबर की जानकारी दी।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 02:11 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 02:30 PM (IST)
28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी, राहुल गांधी को युवा टीम की तलाश
कन्‍हैया कुमार (Dr Kanhaiya Kumar) और जिग्नेश मेवानी(Jignesh Mewani)।(फोटो: फाइल)

नई दिल्ली, एएनआइ। जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के कांग्रेस के शामिल होने की खबरें सामने आ रही है। समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि गुजरात से सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और आरडीएएम विधायक जिग्नेश मेवानी 28 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे। हालांकि, इसकी अब तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।

CPI leader Kanhaiya Kumar and RDAM MLA Jignesh Mewani from Gujarat to join Congress on September 28: Sources

(file phots of Mewani and Kumar, respectively) pic.twitter.com/9lCzGBvBme

— ANI (@ANI) September 25, 2021

एक के बाद एक चुनावों में हार का सामना कर रही कांग्रेस अब खुद को बदलने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस की नजर आने वाले विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव पर है। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती कमजोर संगठन और उसका नेतृत्व है। इस बीच, राहुल गांधी पार्टी में युवाओं को चाहते हैं। युवाओं को साथ जोड़ने के लिए कांग्रेस हर राज्य में महाअभियान चलाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत पार्टी ऐसे युवाओं को जोड़ने की कोशिश करेगी, जो आंदोलन और संघर्ष से निकले हों। कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी ऐसे ही युवा है। इसलिए पार्टी इन्हें साथ ला रही है।

कन्हैया कुमार

कन्हैया कुमार बिहार के बेगुसराय से आते हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने किस्मत आजमाई थी, लेकिन वह भाजपा के गिरिराज सिंह से हार गए। बेगुसराय में भूमिहार मतदाताओं की तादाद सबसे ज्यादा है और कन्हैया कुमार भी भूमिहार है। ऐसे में वह खुद को साबित करने में विफल रहे।इसके बावजूद पार्टी मानती है कि बिहार में नए चेहरे की जरुरत है। छात्र नेता के तौर पर उन्हें संगठन बनाने का अनुभव है। बिहार कांग्रेस के नेता अमरिंदर सिंह कहते हैं कि कन्हैया के आने से पार्टी को फायदा होगा। क्योंकि, कन्हैया वही मुद्दे और लड़ाई लड़ रहे हैं जिन्हें कांग्रेस उठाती रही है।

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