भारत का साथ देने को तैयार हैं ये देश, अब पाकिस्तान की खैर नहीं आखिर कब तक बचेगा मसूद!

पुलवामा हमले के बाद भारत को लगातार दुनिया के दूसरे देशों का समर्थन मिल रहा है। इजरायल ने बिनाशर्त भारत को हर तरह की मदद मुहैया करवाने का भरोसा दिलाया है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 01:16 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 08:45 AM (IST)
भारत का साथ देने को तैयार हैं ये देश, अब पाकिस्तान की खैर नहीं आखिर कब तक बचेगा मसूद!
भारत का साथ देने को तैयार हैं ये देश, अब पाकिस्तान की खैर नहीं आखिर कब तक बचेगा मसूद!

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। पुलवामा आतंकी हमले के बाद एक बार फिर पाकिस्‍तान और भारत के बीच तनाव चरम पर है। भारत खुलेतौर पर पाकिस्‍तान को सबक सिखाने की बात कह चुका है तो वहीं पाकिस्‍तान ने भी किसी कार्रवाई का जवाब देने की धमकी दे डाली है। इस बीच पाकिस्‍तान के खिलाफ भारत का साथ देने के लिए एक नहीं कई देश राजी हो गए हैं। खुलेतौर पर कुछ देशों ने पाकिस्‍तान को सबक सिखाने के लिए अपना समर्थन देने का एलान कर दिया है। इसमें इजरायल का नाम सबसे आगे है। इजरायल ने खुलेतौर पर भारत को बिना शर्त हर तरह की मदद देने का एलान किया है। इससे भी आगे इजरायल की तरफ से कहा गया है कि इस तरह की मदद की कोई लिमिट नहीं है।

हमला करे भारत
इजरायल ने साफ कहा है कि भारत पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए उसी तरह से रिएक्‍ट करे जिस तरह से इजरायल फिलीस्‍तीन के खिलाफ करता है। पुलवामा हमले के बाद इजरायल पहला ऐसा देश है जिसने इस तरह से मदद का विश्‍वास भारत को दिलाया है और पाकिस्‍तान करारा जवाब देने का समर्थन किया है। इजरायल की तरफ से यह बयान उनके भारत में तैनात नए राजदूत डॉक्‍टर रॉन माल्‍का ने दिया है। आपको बता दें कि इजरायल की सेना तुरंत कार्रवाई के लिए जानी जाती है।

हर तरह की मदद को तैयार
इजरायल ने भारत से पूछा है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए किस तरह की सहायता चाहता है। इजरायल ने भारत को अपना करीबी दोस्‍त बताते हुए हर तरह की मदद करने की बात कही है। उनका कहना है कि आतंकवाद न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ी समस्‍या है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने भी भारत को अपना सबसे करीबी दोस्‍त बताया है। आपको बता दें कि इजरायल के पाकिस्‍तान से किसी भी तरह के संबंध नहीं हैं। यूं भी फिलिस्‍तीन और येरूशलम के मुद्दे पर न सिर्फ पाकिस्‍तान बल्कि सभी इस्‍लामिक देश इजरायल के खिलाफ है। जहां तक यूरूशलम की बात है तो इस मामले में भारत ने भी इजरायल का साथ नहीं दिया है। इसके बाद भी इजरायल की तरफ से दिया गया यह बयान काफी अहम माना जा रहा है।

संयुक्‍त राष्‍ट्र पहुंचा फ्रांस
यहां पर आपको बता दें कि पुलवामा हमले के बाद भारत को सुरक्षा के अधिकार के तहत पाकिस्‍तान को सबक सिखाने की बात कई दूसरे देश भी कह चुके हैं। फ्रांस इसी मुद्दे पर संयुक्‍त राष्‍ट्र तक जा पहुंचा है। फ्रांस ने संयुक्‍त राष्‍ट्र में पाकिस्‍तान स्थि‍त आतंकी संगठन जैश ए मोहम्‍मद के मुखिया मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए प्रस्‍ताव पेश किया है। यहां पर ये भी बताना जरूरी होगा कि पुलवामा हमले की जिम्‍मेदारी जैश ए मोहम्‍मद ने ही ली है। इसका हैडक्‍वार्टर पाकिस्‍तान के रावलपिंडी में है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

चीन है सबसे बड़ा रोड़ा
जहां तक संयुक्‍त राष्‍ट्र में अजहर के खिलाफ प्रस्‍ताव लाने की बात है तो यह दूसरी बार है कि जब फ्रांस इस तरह का प्रस्‍ताव ला रहा है। 2017 में ऐसे ही एक प्रस्‍ताव का अमेरिका और ब्रिटेन ने समर्थन किया था। लेकिन उस वक्‍त चीन ने इस पर रोड़ा अटका दिया था। चीन की बात चली है तो बता दें कि चीन ने पुलवामा हमले की निंदा तो की है लेकिन मसूद अजहर पर उसका रवैया नहीं बदला है।

न्‍यूजीलैंड ने भी की हमले की निंदा
इजरायल , फ्रांस के साथ न्‍यूजीलैंड ने भी इस मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है। न्‍यूजीलैंड के उप-प्रधानमंत्री विंस्‍टन पीटर्स ने हाउस में पुलवामा हमले की भर्त्‍सना करने के लिए एक प्रस्‍ताव पेश किया है। इसको पूरे समर्थन के साथ तुरंत पास भी कर दिया गया। हाउस के सभी सदस्‍यों ने पुलवामा हमले की निंदा की। इसके संयुक्‍त राष्‍ट्र की तरफ से भी इस हमले की निंदा की गई थी। 

अमेरिका भी पाकिस्‍तान के खिलाफ 
इन सभी के अलावा अमेरिका ने भी पुलवामा हमले के बाद पाकिस्‍तान को आतंकियों पर सख्‍त कार्रवाई करने को कहा है। अमेरिका की तरफ से यहां तक कहा है कि भारत को अपनी सुरक्षा और इसके मद्देनजर कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है। अमेरिका की तरफ से आया ये बयान इसलिए भी बेहद खास हो जाता है क्‍योंकि उसने ही अफगानिस्‍तान के लिए तालिबान से चल रही शांतिवार्ता में पाकिस्‍तान को मध्‍यस्‍थ बनाया है। इतना ही नहीं राष्‍ट्रपति ट्रंप के शासन में अमे‍रिका और पाकिस्‍तान के संबंध लगातार खराब हुए हैं। ट्रंप ने पाकिस्‍तान को आर्थिक मदद तक देने से इनकार कर दिया था।

भारत के उठाए कदम
आपको यहां पर ये भी बता दें कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्‍तान को कूटनीतिक स्‍तर पर जवाब देने का खाका तैयार कर लिया है। इसके तहत केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्‍तान और अमेरिका में मौजूद भारतीय राजदूतों से दिल्‍ली में विचार विमर्श किया है। इतना ही नहीं पाकिस्‍तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने कई दूसरे कदम भी उठाए हैं। लाहौर-दिल्‍ली और श्रीनगर-मुजफ्फराबाद बस सर्विस को पुलवामा हमले के बाद निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा पाकिस्‍तान से आने वाले सामान पर 200 फीसद तक सीमा शुल्‍क लगाया है। बॉलीवुड में पाकिस्‍तान के कलाकारों को काम न देने पर सहमति बनी है। भारत ने पाकिस्‍तान को दिया मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का भी दर्जा वापस ले लिया है। भारत सरकार की ओर ट्विटर को की गई शिकायत के बाद पाकिस्तान के विदेश विभाग (एफओ) के प्रवक्ता डॉक्टर फैजल के निजी ट्विटर हैंडल @DrMFaisal को सस्पेंड कर दिया है। यहां पर एक बात और ध्‍यान में रखने वाली है कि जिस दिन पुलवामा हमले को अंजाम दिया गया उसी दौरान ईरान के रिवोल्‍यूशनरी गार्ड पर भी आत्‍मघाती हमला किया गया था। इसमें 28 जवान मारे गए थे। ईरान ने भी इसके लिए पाकिस्‍तान को जिम्‍मेदार ठहराया था।

कितने हमलों के सुबूत लेंगे इमरान खान साहब, जैश का सरगना आपके यहां खुला घूमता है!
जानें भारत की इस सूर्य किरण एयरोबेटिक टीम के बारे में, जिसके विमान हुए हादसे का शिकार
पाकिस्‍तान में आसानी से मिलता है मिलिट्री आरडीएक्‍स, पुलवामा हमले में किया इस्‍तेमाल
पूरी दुनिया के सामने घिनौना मजाक, आतंकवादी मुल्‍क को ही बनाया शांतिवार्ता का मध्‍यस्‍थ!
शर्मनाक! पुलवामा हमले के बाद सामने आया आतंकी आदिल के पिता का बयान, जानें- क्या कहा  
पुलवामा हमले पर थम नहीं रही पाकिस्‍तान मीडिया की शर्मनाक हरकतें, अब इन पर उठाई उंगली 
पाकिस्‍तान मीडिया का घिनौना चेहरा, पुलवामा में हमला करने वालों को बताया 'Freedom Fighter' 

chat bot
आपका साथी