रणनीतिक सहयोग मजबूत करेंगे भारत-फ्रांस, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी

भारत और फ्रांस ने आतंकवाद से संयुक्त रूप से मुकाबला करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 10:46 PM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 06:47 AM (IST)
रणनीतिक सहयोग मजबूत करेंगे भारत-फ्रांस, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
रणनीतिक सहयोग मजबूत करेंगे भारत-फ्रांस, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी

नई दिल्ली, प्रेट्र/आइएएनएस। भारत और फ्रांस ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र, रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग के माध्यम से द्विपक्षीय रणनीतिक साझीदारी बढ़ाने पर चर्चा की है। फ्रांस के विदेश मंत्री जेआन-यवेस ले ड्रिआन ने कहा कि उन्होंने और उनकी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज ने वार्ता में महाराष्ट्र के जैतपुर में यूरोपियन प्रेसराइज्ड रिएक्टर (ईपीआर) परियोजना की स्थिति की समीक्षा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच संबंधों में मजबूती लाने का स्वागत किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने का स्वागत किया

फ्रांस के विदेश मंत्री ने कहा, 'आने वाले महीनों में कार्य के निर्देशन के लिए हमने एक कार्ययोजना मंजूर की है। यह कदम इस पावर प्लांट के निर्माण की दिशा में यथासंभव प्रभावी अंतिम फैसला लेने के लिए उठाया गया है। छह ईपीआर की कुल क्षमता करीब 10 जीडब्ल्यू है। यह भारत की 2030 तक गैर जैव ईधन से 40 फीसद बिजली पैदा करने के लक्ष्य में योगदान के लिहाज से महत्वपूर्ण है। भारत ने पेरिस जलवायु कांफ्रेंस में जताई गई अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए यह लक्ष्य तय किया है।'

दुनिया में सबसे बड़ा होगा जैतपुर प्लांट: दोनों विदेश मंत्रियों ने ईपीआर परियोजना की समीक्षा की

मुंबई से करीब 600 किलोमीटर दूर जैतपुर में स्थापित होने वाले परमाणु पावर प्लाट में छह रिएक्टर होंगे जिसमें हर एक की क्षमता 1,650 मेगावाट होगी। स्थापित होने के बाद जैतपुर प्रोजेक्ट दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु पावर प्लांट होगा जिसकी कुल क्षमता 9600 मेगावाट होगी। यह परियोजना मेक इन इंडिया में भी योगदान होगा।

भारत-फ्रांस का रिश्ता आपसी विश्वास पर टिका है: स्वराज

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दक्षिण अमेरिका महादेश के उत्तर पूर्वी तट पर स्थित फ्रेंच गुएना से एरिआनेस्पेस राकेट लांच करने में सहयोग के लिए फ्रांस का आभार जताया। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस का रिश्ता आपसी विश्वास पर आधारित है। दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में अपना संबंध मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं।

हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर कर रहे हैं बातचीत

विदेश मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने बहुत सार्थक बातचीत की। आपसी संबंधों के सभी पहलुओं पर करीब से नजर रख रहे हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपना सहयोग बढ़ाने पर हम बातचीत कर रहे हैं। यह केवल दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि क्षेत्र के अन्य देशों के लिए भी लाभकारी होगा। हमारा रक्षा सहयोग ऐतिहासिक है।'

आतंकवाद से मिलकर करेंगे मुकाबला

भारत और फ्रांस ने आतंकवाद से संयुक्त रूप से मुकाबला करने की प्रतिबद्धता दोहराई। शनिवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सुषमा स्वराज ने कहा, 'हमारी आज की बातचीत में हमने आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को जारी रखने का फैसला दोहराया है। इस क्षेत्र में हमारा सहयोग फाटा (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) जैसे अंतरराष्ट्रीय फोरम में भी है।' फ्रांस के विदेश मंत्री ने भी कहा कि भारत हमारे देश को अच्छे साझीदार के रूप में जानता है। फ्रांस ने उसे कभी फेल नहीं किया और भविष्य में भी नहीं होने देगा।

सीडीएसी और अटोस ने सुपरकंप्यूटर करार पर हस्ताक्षर किए

भारत के सेंटर फार डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सीडीएसी) और फ्रांस की आइटी सर्विस कंपनी अटोस ने शनिवार को तीन साल के औद्योगिक करार पर हस्ताक्षर किए। यह करार सुपरकंप्यूटर के लिए किया गया है। 

chat bot
आपका साथी