चाट पापड़ी से एलर्जी, तो फिश करी खा सकते हैं; नकवी का तृणमूल सांसद को पलटवार
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जिस प्रकार से हिंसा अराजकता पश्चिम बंगाल में हो रही है ठीक उसी का ट्रेलर संसद में दिखाई देता है। इनके लोग वहीं से ट्रेनिंग लेकर आते हैं और यहां पर इस तरह की चीजें करते हैं
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा में पार्टी के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने चाट पापड़ी वाली टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन पर पलटवार किया है। नकवी का कहना है कि अगर डेरेक ओ ब्रायन को चाट-पपरी से एलर्जी है, तो वे फिश करी खा सकते हैं, लेकिन संसद को मछली बाजार मत बनाओ। तृणमूल सांसद के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नाराजगी जाहिर की थी।
भाजपा सांसद ने कहा, 'तृणमूल सांसदों ने संसद को मछली बाजार बना दिया है। दुर्भाग्य से जिस तरह से संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने की साजिश के तहत काम किया जा रहा है, वह पहले कभी नहीं देखा गया। यदि आप संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं, तो ऐसी गतिविधियां न उनके हित में हैं और न ही हमारे। यह संसद की परंपराओं के हित में भी नहीं है।'
मुख्तार अब्बास नकवी ने आगे कहा कि जिस प्रकार से हिंसा, अराजकता पश्चिम बंगाल में हो रही है, ठीक उसी का ट्रेलर संसद में दिखाई देता है। इनके लोग वहीं से ट्रेनिंग लेकर आते हैं और यहां पर इस तरह की चीजें करते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। ये गलत परंपरा है।
इससे पहले विधेयक पारित कराने पर 'पापड़ी चाट' टिप्पणी से पीएम नरेंद्र मोदी की नाराजगी से अप्रभावित तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने लोगों से जुड़ने के लिए सांस्कृतिक मुहावरे का इस्तेमाल किया। उन्होंने पूछा कि यदि उन्होंने इसकी जगह ढोकला शब्द का इस्तेमाल किया होता तो क्या प्रधानमंत्री तब खुश होते।
उन्होंने कहा कि वास्तविक मुद्दा संसद के दोनों सदनों में चर्चा के बिना विधेयकों को पारित कराने का है। राज्यसभा सदस्य ब्रायन ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया दिखाती है कि तृणमूल कांग्रेस एजेंडा निर्धारित कर रही है। उल्लेखनीय ब्रायन ने सरकार पर हमला बोलते हुए सोमवार को कहा था, विधेयक पारित करा रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं। उन्होंने उल्लेख किया था कि संसद में औसतन सात मिनट के समय में 12 विधेयक पारित कर दिए गए।