एसपीजी नियुक्ति पर राहुल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण: गृहमंत्रालय

एसपीजी अधिकारियों की भर्ती को लेकर दिए गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का गृह मंत्रालय ने खंडन किया है।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 03:07 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 07:47 PM (IST)
एसपीजी नियुक्ति पर राहुल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण: गृहमंत्रालय
एसपीजी नियुक्ति पर राहुल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण: गृहमंत्रालय

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एसपीजी की नियुक्तियों में आरएसएस के हस्तक्षेप के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोप को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है। गृहमंत्रालय ने कहा कि राहुल गांधी का बयान न सिर्फ आधारहीन और तथ्यहीन है, बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है। गृहमंत्रालय ने एसपीजी के पूर्व निदेशक के हवाले से बताया है कि राहुल गांधी के साथ ऐसी कोई बात हुई ही नहीं थी।

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि एक पूर्व एसपीजी निदेशक ने महज पद छोड़ना पड़ा था क्योंकि उन्होंने आरएसएस के चुने हुए अधिकारियों को एसपीजी में जगह नहीं दी थी। राहुल गांधी के अनुसार खुद एसपीजी के इस निदेशक ने उन्हें यह बात बताई थी। गृहमंत्रालय ने राहुल गांधी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि इस आरोप की जांच की गई। कांग्रेस अध्यक्ष जिस एसपीजी निदेशक की बात कर रहे हैं वह विवेक श्रीवास्तव हैं। गृहमंत्रालय के अनुसार विवेक श्रीवास्तव ने राहुल गांधी के साथ इस तरह की कोई बातचीत से साफ इनकार किया है।

विवेक श्रीवास्तव के अनुसार सुरक्षा के दौरान वीवीआइपी से बातचीत होना स्वाभाविक है और राहुल गांधी से भी इसी क्रम में बातचीत हुई होगी। लेकिन एसपीजी से इस्तीफे और नए निदेशक की नियुक्ति को लेकर उनसे कोई बातचीत नहीं हुई थी। विवेक श्रीवास्तव का हवाला देते हुए गृह मंत्रालय कहा कि राहुल गांधी का बयान आधारहीन, तथ्यहीन है। एसजीपी एक प्रोफेशनल सुरक्षा एजेंसी है। जो प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री के परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह बयान एक ऐसे व्यक्ति की तरफ से आया है, जिसकी सुरक्षा एसपीजी करती है। गौरतलब है कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है।
 

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