पूर्व पीएम के पत्र का स्वास्थ्य मंत्री ने दिया करारा जवाब, कहा- आपकी सलाह से पहले ही विदेशी वैक्सीन सप्लाई का फैसला

कोरोना संक्रमण के कारण देश के हालात को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्र के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैक्सीनेशन के अलावा और भी सलाह दिए जिसपर स्वास्थयमंत्री हर्षवर्धन ने जवाब भेजा है। जानें उन्होंने क्या लिखा है जवाब-

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 12:27 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 12:35 PM (IST)
पूर्व पीएम के पत्र का स्वास्थ्य मंत्री ने दिया करारा जवाब,  कहा- आपकी सलाह से पहले ही विदेशी वैक्सीन सप्लाई का फैसला
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का करारा जवाब

नई दिल्ली, एएनआइ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के हालातों से जूझने के लिए दिए गए सलाह पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पलटवार किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को पत्र को अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा, 'इतिहास आपके लिए बेहतर होता यदि इस तरह का रचनात्मक सहयोग व कीमती सलाह पर आपकी पार्टी कांग्रेस ने काम किया होता।' पत्र के अंत में स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा लिखे गए पत्र में कई गलतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने मनमोहन सिंह को संबोधित करते हुए लिखा,'आपने वैक्सीन के आयात को लेकर जो सलाह दी है वह कदम पहले ही उठा लिया गया। आपने यह सुझाव 18 अप्रैल को दिया जबकि 11 अप्रैल को ही विदेेशी प्राधिकरणों से इसके लिए मंजूरी मिल गई।' 

स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा, 'इस पत्र को आपके लिए तैयार करने वालों ने लगता है पूरी जानकारी नहीं दी। वैक्सीन विकसित करने में फंडिंग और अन्य रियायतों पर जो सुझाव आपने अब दिया है यह कदम पहले ही उठा लिया गया था।' स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी लिखा कि सरकार द्वारा वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अनेकों संस्थाओं को वित्त पोषित किया गया है। आपने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चिंता प्रकट की है लेकिन आपकी कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता ऐसा नहीं मानते हैं। अब तक कांग्रेस के बड़े नेताओं की ओर से वैज्ञानिकों की तारीफ तक नहीं की गई है।' 

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना हालात से लड़ने के लिए कुछ सलाह दी थी। उन्होंने पत्र में लिखा था, 'देश में अभी वैक्‍सीन सप्‍लाई सीमित है, ऐसे में विश्‍व की कोई भी विश्‍वसनीय प्राधिकरण की ओर से यदि किसी वैक्‍सीन को हरी झंडी दी जाती है तो हमें भी उसे आयात करना चाहिए। हम ऐसा भारत में बिना उसके ट्रायल के कर सकते हैं। इस समय भारत में आपातकाल है। इमरजेंसी में उसके इस्‍तेमाल के समय ही देश में साथ ही साथ उसका ट्रायल भी किया जा सकता है।'

History shall be kinder to you Dr Manmohan Singh ji if your offer of ‘constructive cooperation’ and valuable advice was followed by your @INCIndia leaders as well in such extraordinary times !

Here’s my reply to your letter to Hon’ble PM Sh @narendramodi ji 👍 @PMOIndia pic.twitter.com/IJcz3aL2mo— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 19, 2021

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