विदेश मंत्री क्वाड की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने छह अक्टूबर को दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे जापान

विदेश मंत्री एस जयशंकर छह अक्टूबर को जापान की दो दिवसीय यात्रा पर टोक्यो जाएंगे। इस दौरान वे अपने जापानी समकक्ष तोशिमित्सु मोटेगी से बातचीत करेंगे और चार देशों के गठबंधन की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 07:52 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 07:52 PM (IST)
विदेश मंत्री क्वाड की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने छह अक्टूबर को दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे जापान
छह अक्टूबर को जापान की यात्रा पर जाएंगे विदेश मंत्री जयशंकर।

नई दिल्ली, एजेंसियां। विदेश मंत्री एस जयशंकर छह अक्टूबर को जापान की दो दिवसीय यात्रा पर टोक्यो जाएंगे। इस दौरान वे अपने जापानी समकक्ष तोशिमित्सु मोटेगी से बातचीत करेंगे और चार देशों के गठबंधन की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेंगे। यात्रा का एलान करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर और मोटेगी के बीच द्विपक्षीय और आपसी हित के क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है।

जयशंकर भारत-ऑस्ट्रेलिया-जापान-अमेरिका की दूसरी बैठक में लेंगे भाग

मंत्रालय ने कहा कि यात्रा के दौरान जयशंकर छह अक्टूबर को भारत-ऑस्ट्रेलिया-जापान-अमेरिका की दूसरी बैठक में भी भाग लेंगे। इन चारों देशों के गठबंधन को क्वाड के नाम से जाना जाता है। इस बैठक में इन चारों देशों के विदेश मंत्रियों को भाग लेना है।

कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर होगी वार्ता

ये नेता कोविड-19 के बाद की वैश्विक व्यवस्था और महामारी से उत्पन्न विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने की जरूरत पर बातचीत करेंगे। वे क्षेत्रीय मुद्दों और स्वतंत्र, खुला और समावेशी हिंद-प्रशांत बनाए रखने की जरूरत पर भी चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।

क्वाड को हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता का जवाब माना जा रहा

क्वाड को हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता का जवाब माना जा रहा है। इन देशों के एजेंडे में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद का मुकाबला, संपर्क और बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देना है।

कोरोना वायरस महामारी के बाद चारों लोकतांत्रिक देशों की होगी पहली बैठक है

कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद इन चारों लोकतांत्रिक देशों के प्रतिनिधियों की यह पहली बैठक है। इससे पहले पिछले सात सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर इन देशों के मंत्री मिले थे।

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