VIDEO: वैक्सीन डिप्लोमेसी पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की राहुल गांधी की खिंचाई, अमेरिका दौरे पर कही ये बात
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर फिलहाल अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कोरोना वैक्सीन डिप्लोमेसी को लेकर राहुल गांधी की खिंचाई की है। उन्होंने कहा कि मैं यहां राजनीतिक राजनीति का आदान-प्रदान करने के लिए नहीं हूं। उम्मीद है ये दूसरे समझेंगे।
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी, एएनआइ। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोरोना वैक्सीन डिप्लोमेसी को लेकर राहुल गांधी की खिंचाई की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वैक्सीन पर एक ट्वीट किया था। इसका जवाब देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि मैं यहां(अमेरिका) इसी पर चर्चा करने आया हूं। उन्होंने कहा कि ये एक गंभीर बात है और हम इस पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं यहां राजनीतिक राजनीति का आदान-प्रदान करने के लिए नहीं हूं। मुझे उम्मीद करता हूं कि इसे दूसरे लोग भी समझेंगे।
#WATCH | EAM Jaishankar speaks on Rahul Gandhi's tweet on vaccine diplomacy. He says, "I'm here to discuss an American visit. It's a serious thing which we're discussing, I'm not here to exchange political politics when I leave country & I expect other people to understand that." pic.twitter.com/Aca3V6RDUK— ANI (@ANI) May 29, 2021
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ चुके हैं पक्षी पार्टियां लगातार वैक्सीनेशन पर केंद्र सरकार को घेर रही है।
राहुल ने टीकाकरण को लेकर सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार के कोरोना प्रबंधन को लचर करार देते हुए कोरोना की दूसरी लहर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों का टीकाकरण ही कोरोना से बचाव का रास्ता है। भारत दुनिया में वैक्सीन की राजधानी है। मगर अभी तक हमारे केवल तीन फीसद नागरिकों को ही टीका लग पाया है। टीकाकरण की यही रफ्तार रही तो 2024 तक ही सबको टीका लग पाएगा। उन्होंने दावा किया कि टीकाकरण ने गति नहीं पक़़डी तो कोरोना की तीसरी लहर का आना गारंटी है, जो दूसरी लहर से भी अधिक त्रासद होगी। उन्होंने कहा कि यदि 50 से 60 फीसद लोगों का टीकाकरण हो जाता है तो तीसरी लहर को रोका जा सकता है।
भारत ने अमेरिका का किया धन्यवाद
वाशिंगटन डीसी में विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने आगे कहा कि इस दौरे का मकसद यहां आकर यूएस द्वारा भारत में दूसरी वेव के दौरान दिखाई गई एकजुटता की प्रशंसा करना और वैक्सीन उत्पादन में यूएस के साथ काम करना है। उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि यूएस कुछ वैक्सीन भेजना चाहेगा। हमने भी वैक्सीन आयात करने और US FDA द्वारा क्लियर की गईं वैक्सीन को स्वीकार करने की इच्छा जाहिर की है। इस संभावना पर चर्चा हुई लेकिन ये फैसला प्रशासन को लेना है।