विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने कहा, भारत का आसियान के साथ रहा है वैश्विक आर्थिक जुड़ाव

विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के लंबे संकट से 4 क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार सहयोग के लिए तेजी से फोकस में आए हैं - लचीला और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला स्वास्थ्य सुरक्षा डिजिटल का विकास हरित और सस्टेनेबल रिकवरी। उन्हें हमारे लिए मुख्य एजेंडा बनाना चाहिए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 03:50 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 07:20 AM (IST)
विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने कहा, भारत का आसियान के साथ रहा है वैश्विक आर्थिक जुड़ाव
भारत आसियान व्यापार शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर

नई दिल्ली, एजेंसी। भारत आसियान व्यापार शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने कहा कि पिछले 2 वर्षों के लंबे संकट से 4 क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार सहयोग के लिए तेजी से फोकस में आए हैं - लचीला और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला, स्वास्थ्य सुरक्षा, डिजिटल का विकास, हरित और सस्टेनेबल रिकवरी। उन्हें हमारे लिए मुख्य एजेंडा बनाना चाहिए।

विदेश मंत्री ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि आसियान भारत के वैश्विक आर्थिक जुड़ाव के प्रमुख केंद्रों में से एक है। जैसे-जैसे यह विकसित होता है, यह स्वाभाविक है कि हम उस महत्वाकांक्षा के स्तर पर फिर से विचार करना चाहेंगे जिसे हमने अपनी साझेदारी के लिए निर्धारित किया है, जो इस क्षेत्र में स्वायत्त परिवर्तनों से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि आसियान के साथ भारत के संबंध इतिहास, भूगोल और संस्कृति में निहित हैं। हाल ही में जो बात उन्हें उत्साहित करती है, वह है पारस्परिक हित के लिए उनके पास मौजूद क्षमता के बारे में जागरूकता बढ़ाना। पिछले 25 वर्षों में जैसे-जैसे सहयोग बढ़ा, सहयोग के लिए नए पहलू और डोमेन उभरे।

India's ties with ASEAN is rooted in history, geography& culture. What energised them recently is growing awareness of potential they hold for mutual interest. As cooperation grew in last 25yrs, new facets&domain emerged for collaboration:EAM Dr S Jaishankar at India ASEAN Summit pic.twitter.com/WS0AZPvWpX— ANI (@ANI) October 7, 2021

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