भारत के सहयोग के बिना नहीं मिलती आजादी, इस योगदान को भूला नहीं है बांग्लादेश

1971 के युद्ध में भाग लेने वाले भारतीय सैनिकों की फोर्ट विलियम में मुलाकात हुई।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 16 Dec 2018 12:06 AM (IST) Updated:Sun, 16 Dec 2018 12:06 AM (IST)
भारत के सहयोग के बिना नहीं मिलती आजादी, इस योगदान को भूला नहीं है बांग्लादेश
भारत के सहयोग के बिना नहीं मिलती आजादी, इस योगदान को भूला नहीं है बांग्लादेश

जागरण संवाददाता, कोलकाता। विजय दिवस समारोह में शामिल होने भारत आए 72 सदस्यीय बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल की अगुआई कर रहीं बांग्लादेश की सांसद काजी रोजी ने शनिवार को कहा कि भारतीय सेना के सहयोग के बिना बांग्लादेश को इतनी जल्दी आजादी नहीं मिल पाती। कोलकाता के फोर्ट विलियम स्थित सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि भारतीय सेना के इस योगदान को बांग्लादेश भूला नहीं है।

उन्होंने कहा कि पूर्वी पाकिस्तान के लोगों की मुक्ति में भारत ने हमें हर प्रकार की मदद की। बांग्लादेश की स्वतंत्रता सेनानी रहीं रोजी ने कहा-'वियतनाम ने अपनी आजादी के लिए नौ साल तक लड़ाई लड़ी, लेकिन हमने सिर्फ नौ महीने ही लड़ाई लड़ी। यह केवल भारत के सहयोग के कारण संभव हो पाया।' उन्होंने कहा कि रो¨हग्या शरणार्थी बांग्लादेश आए तो उन्हें हमने सिर्फ खाना व आश्रय दिया, लेकिन भारत ने हमारे संघर्ष के दिनों मंे उससे काफी अधिक दिया। पाकिस्तान के अत्याचार से तंग आकर यहां पहुंचे लाखों बांग्लादेशियों को भारत ने न सिर्फ शरण दी बल्कि अपने नागरिकों की तरह सम्मान दिया। उन्हांेने इस दौरान खासकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया, जिन्होंने 1971 के युद्ध में बांग्लादेश की पूरी मदद की थी।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी सेना के अत्याचार के खिलाफ मार्च, 1971 में पूर्वी पाकिस्तान के बांग्ला भाषी लोगों ने मुक्ति संग्राम शुरू किया था। भारत व पाकिस्तान के बीच तीन दिसंबर को युद्ध का आगाज हुआ था, जो करीब दो सप्ताह तक चला। युद्ध की समाप्ति 16 दिसंबर को पूर्वी पाकिस्तान सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी के आत्मसमर्पण समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हुई।

बांग्लादेशी मुक्ति योद्धाओं व भारतीय जांबाजों का हुआ मिलन

विजय दिवस समारोह में भाग लेने कोलकाता आए बांग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल में शामिल मुक्ति योद्धाओं एवं 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले भारतीय सैनिकों की शनिवार को कोलकाता के फोर्ट विलियम में मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों देशों के योद्धाओं ने अपने पुराने अनुभव साझा किए।

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