रमेश पोखरियाल निशंक के बाद धर्मेंद्र प्रधान बने देश के नए शिक्षा मंत्री

धर्मेंद्र प्रधान से पहले रमेश पोखरियाल निशंक यह पद संभाल रहे थे। नई कैबिनेट में 30 कैबिनेट मंत्री 45 राज्य मंत्री जबकि दो राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऐसे में प्रधानमंत्री खुद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का काम देखेंगे।

By Neel RajputEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 12:04 AM (IST)
रमेश पोखरियाल निशंक के बाद धर्मेंद्र प्रधान बने देश के नए शिक्षा मंत्री
राष्ट्रपति भवन में आज 43 मंत्रियों ने ली शपथ

नई दिल्ली, एएनआइ। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट का विस्तार संपन्न हो गया। 43 मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद मंत्रालयों का भी बंटवारा किया गया। इस दौरान मंत्रिमंडल में कई बड़े फेरबदल किए गए हैं। शिक्षा मंत्री का कार्यभार धर्मेंद्र प्रधान को सौंपा गया है। उनसे पहले रमेश पोखरियाल निशंक यह पद संभाल रहे थे। नई कैबिनेट में 30 कैबिनेट मंत्री, 45 राज्य मंत्री जबकि दो राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऐसे में प्रधानमंत्री खुद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का काम देखेंगे।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कैबिनेट विस्तार से थोड़ी देर पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बताया गया कि शिक्षा मंत्री ने खराब स्वास्थ्य के चलते इस्तीफा देने का निर्णय लिया था। बता दें कि शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का जन्म उत्तराखंड के पिनानी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम परमानंद पोखरियाल और माता का नाम विशंभरी देवी है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध सरस्वती शिशु मंदिर में एक शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 61 वर्षीय रमेश पोखिरयाल निशंक ने शिक्षा मंत्री बनने से पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया था। वहीं, पोखरियाल के कार्यकाल में सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति है।

बता दें कि बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हुआ है। कैबिनेट में बड़े बदलाव के साथ ही मंत्रियों के विभागों में भी परिवर्तन किए गए हैं। हालांकि ज्यादातर बड़े मंत्रियों के विभाग वैसे ही हैं और उनमें कोई बदलाव नहीं किया गया। राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, एस.जयशकंर, निर्मला सीतारमण, अर्जुन मुंडा जैसे स्मृति ईरानी जैसे कद्दावर मंत्रियों के विभागों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं, कई नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी गई है और उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां भी सौंपी गई हैं।

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