रक्षामंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी, इन्हें भटकाने वाले हैं दोषी, देश में सभी धर्म बराबर

पाकिस्तान की तरह हम धर्म आधारित राष्ट्र नहीं हैं। यहां तक की अमेरिका भी एक तरह से धर्म शासित देश है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 07:53 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 07:53 PM (IST)
रक्षामंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी, इन्हें भटकाने वाले हैं दोषी, देश में सभी धर्म बराबर
रक्षामंत्री ने कहा- जम्मू-कश्मीर के बच्चे राष्ट्रवादी, इन्हें भटकाने वाले हैं दोषी, देश में सभी धर्म बराबर

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उठाए जा रहे सवालों के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा है कि भारतीय मूल्य सभी धर्मो को बराबर मानता है और इसीलिए भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। पाकिस्तान की तरह हम धर्म आधारित राष्ट्र नहीं हैं। यहां तक की अमेरिका भी एक तरह से धर्म शासित देश है। वहीं रक्षामंत्री ने जम्मू-कश्मीर के बच्चों को राष्ट्रवादी करार देते हुए साफ कहा कि कभी-कभी इन्हें गलत दिशा में भटकाया जाता है। इसीलिए इन बच्चों को हमें किसी दूसरी निगाह से नहीं देखना चाहिए।

रक्षामंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड के लिए आए एनसीसी कैडेटों को किया संबोधित

रक्षामंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड के लिए आए एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए यह बात कही। राजनाथ सिंह के इस बयान की अहमियत इसलिए बढ़ जाती है कि सीएए का विरोध कर रहे विपक्षी दल इस कानून को धर्म के आधार पर भेदभावकारी बता रहे हैं।

भारत किसी भी धर्म के साथ भेदभाव नहीं करता

रक्षामंत्री ने सीएए का जिक्र किए बिना कहा कि भारत ने तय किया कि हम किसी भी धर्म के साथ भेदभाव नहीं करेंगे, लेकिन हमारे पड़ोसी (पाकिस्तान) ने अपने राष्ट्र का एक धर्म घोषित कर दिया और उसने खुद को एक धर्मशासित देश बना लिया।

अमेरिका एक धर्म प्रधान देश है, जबकि भारत पूरे विश्व को एक परिवार मानता है

उन्होंने कहा कि यहां तक की अमेरिका भी एक धर्म प्रधान देश है मगर भारत ने ऐसा नहीं किया। क्योंकि हमारे संतों-महात्माओं ने न केवल राष्ट्र की सीमाओं में रहने वाले सभी लोगों को एक परिवार माना है बल्कि हम तो पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं।

राजनाथ ने कहा- जम्मू-कश्मीर के बच्चों को दूसरी निगाह से नहीं देखा जाना चाहिए

जम्मू-कश्मीर के बच्चों को राष्ट्रवादी बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि कभी-कभी उन्हें गलत दिशा में जरूर भटका दिया जाता है। इसीलिए उनका मानना है कि इन बच्चों को किसी दूसरी निगाह से नहीं देखा जाना चाहिए। प्रदेश के बच्चों के एनसीसी में शामिल होने की उत्सुकता के बारे में पूछे जाने पर रक्षामंत्री ने यह बात कही।

रक्षामंत्री ने कहा- युवाओं को भटकाने वाले ही दोषी हैं

उन्होंने कहा कि युवा आखिर युवा ही होते हैं और इसीलिए उन्हें गलत दिशा में जाने के लिए दोषी मानने की बजाय उन लोगों को दोषी माना जाए जो इन्हें भटकाते हैं। जम्मू-कश्मीर में 10 से 12 साल के बच्चों को कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित किए जाने के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के बयान के मद्देनजर रक्षा मंत्री की यह टिप्पणी मायने रखती है।

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