Chhattisgarh Politicis: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बढ़ा संकट, टीएस सिंहदेव नाराज, संकट में बृहस्पति

पंजाब और राजस्थान के बाद अब कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में भी सियासी घमासान तेज हो गया है। रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह के आरोप के बाद मंगलवार को विधानसभा में मंत्री टीएस सिंहदेव शासन की तरफ से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करते हुए सदन से बाहर चले गए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:15 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:15 PM (IST)
Chhattisgarh Politicis: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बढ़ा संकट, टीएस सिंहदेव नाराज, संकट में बृहस्पति
रामानुजगंज के विधायक बृृहस्पति सिंह और मंत्री टीएस सिंहदेव

रायपुर, राज्‍य ब्यूरो। पंजाब और राजस्थान के बाद अब कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में भी सियासी घमासान तेज हो गया है। रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह के आरोप के बाद मंगलवार को विधानसभा में मंत्री टीएस सिंहदेव शासन की तरफ से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करते हुए सदन से बाहर चले गए। इससे विपक्ष को सरकार पर हमले तेज करने का मौका मिल गया।

भावुक सिंहदेव बोले- सरकार स्पष्ट करे स्थिति, तब तक पवित्र सदन में रहने लायक नहीं

भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश में संवैधानिक संकट की स्थिति है। एक मंत्री को अपनी सरकार पर भरोसा नहीं है। इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और मंत्रियों के आग्रह पर सिंहदेव एक बार फिर विधानसभा पहुंचे, लेकिन बात नहीं बनी। सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि अब इस मामले में जो भी कहना होगा, मुख्यमंत्री ही कहेंगे।

विधानसभा परिसर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय से करीब एक घंटे 40 मिनट की चर्चा के बाद बाहर निकले सिंहदेव से जब सवाल किया गया कि क्या विवाद सुलझ गया, उन्होंने कहा कि यह भविष्य के गर्भ में है। सदन में वापसी के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि बैठक में मैंने अपनी बात कह दी है। मैं अपनी बात पर अब भी कायम हूं। आगे जैसी परिस्थिति बनेगी, देखा जाएगा।

देर शाम मुख्यमंत्री निवास पर सभी मंत्रियों का एक बार फिर जमावड़ा हुआ। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो आलाकमान ने साफ कर दिया है कि विधायक बृहस्पति से पूरे मामले पर जवाब मांगा जाए। इसकी जिम्मेदारी पुनिया को सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक, बृहस्पति का जवाब संतोषषजनक नहीं पाया गया तो उनका निलंबन भी किया जा सकता है।

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