क्या भारत पाकिस्तान को भी करेगा कोविड वैक्सीन की आपूर्ति? जानें विदेश मंत्रालय ने क्या दिया जवाब...
पाकिस्तान श्रीलंका और अफगानिस्तान को अभी तक वैक्सीन की आपूर्ति नहीं की गई है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इसके पीछे की वजहों के बारे में जानकारी दी। जानें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस बारे में क्या कहा...
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत की ओर से पड़ोसी देशों को कोविड वैक्सीन की आपूर्ति का काम जारी है। भूटान, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार को वैक्सीन की पहली खेप की आपूर्ति कर दी गई है। पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान को अभी तक वैक्सीन की आपूर्ति नहीं की गई है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को इसके पीछे की वजहों के बारे में जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (MEA Spokesperson) अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने कहा कि श्रीलंका और अफगानिस्तान को वैक्सीन की आपूर्ति तभी की जाएगी जब दोनों देशों के दवा नियामक भारत में बने टीकों के इस्तेमाल की मंजूरी देंगे। आइए जानें पाकिस्तान के बारे में उन्होंने क्या कहा...
पाकिस्तान से भेजे अनुरोध की जानकारी नहीं
पाकिस्तान को टीकों की आपूर्ति के मसले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने कहा कि पाकिस्तान से इस बारे में कोई अपील आई है ना तो इस बारे में उन्हें कुछ जानकारी है। श्रीवास्तव से पूछा गया कि क्या भारत पाकिस्तान को भी टीके भेजने जा रहा है... इस पर उन्होंने कहा कि सरकारी या वाणिज्यिक आधार पर टीकों की आपूर्ति के लिए पाकिस्तान की ओर भेजे गए किसी अनुरोध के बारे में उनको जानकारी नहीं है। दरअसल कुछ रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि पाकिस्तान यदि भारत में बने टीकों की मांग करता है तो सरकार इस पर विचार कर सकती है।
ब्राजील और मोरक्को भी भेजी गई वैक्सीन
श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, मोरक्को, बांग्लादेश तथा म्यांमा को अनुबंध के तहत कोरोना वायरस टीकों की आपूर्ति कर रहा है। अब तक भूटान, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमा और सेशेल्स को सहायता के तौर पर टीकों की पहली खेप भेजी जा चुकी है। ब्राजील और मोरक्को को टीकों की खेप वाणिज्यिक आधार पर भेजी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आगामी हफ्तों और महीनों में चरणबद्ध तरीके से अपने साझेदार देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करता रहेगा।
अब तक इन देशों को मदद
श्रीवास्तव ने कहा कि दूसरे देशों को टीकों की आपूर्ति करने के दौरान घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त स्टॉक मौजूद हों... यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। मालूम हो कि भारत ने बुधवार को सहायता के तौर पर कोविशील्ड टीके की डेढ़ लाख खुराकें भूटान और एक लाख खुराकें मालदीव भेजी थीं। भारत की ओर से बृहस्पतिवार को सहायता के तौर पर कोवशील्ड टीके की 20 लाख खुराकें बांग्लादेश को जबकि 10 लाख खुराकें नेपाल को भेजी गईं। इसी तरह शुक्रवार को भारत ने 15 लाख खुराकें म्यांमार और 50 हजार खुराकें सेशेल्स को भेजीं।
बाइडन प्रशासन के साथ करेंगे काम
अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने अमेरिका में सत्ता परिवर्तन और जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के मसले पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन के पदभार संभालने के बाद 20 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें ट्विटर के जरिए शुभकामनाएं दी थीं। जैसे ही बाइडन प्रशासन आकार लेता है भारत सरकार सभी स्तरों पर उसके साथ काम करेगी। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाइडन को बधाई देते हुए कहा था कि वह भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं।