केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस 10 दिनों तक करेगी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस का यह प्रदर्शन दस दिनों तक चलेगा। इसके लिए कांग्रेस ने अपने राज्य पार्टी प्रमुखों सीएलपी नेताओं एआईसीसी महासचिवों सचिवों राज्यों के प्रभारी और सांसदों को आदेश जारी किया है ।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 05:15 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 05:15 PM (IST)
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस 10 दिनों तक करेगी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन
20 से 30 सितंबर के बीच होगा यह विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्र सरकार की नीतियों खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है। सरकार के खिलाफ कांग्रेस का यह प्रदर्शन दस दिनों तक चलेगा। इसके लिए कांग्रेस ने अपने राज्य पार्टी प्रमुखों, सीएलपी नेताओं, एआईसीसी महासचिवों, सचिवों, राज्यों के प्रभारी, और सांसदों को आदेश जारी किया है। कांग्रेस ने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 20 से 30 सितंबर के बीच समान विचारधारा वाले दलों के साथ विरोध प्रदर्शन करें।

Congress asks its state party chiefs, CLP leaders, AICC general secretaries, secretaries, in-charge of states, MPs, heads of frontal organizations to hold protests against the policies of the Central Govt with like minded parties between Sept 20 & Sept 30 across the country— ANI (@ANI) September 20, 2021

कांग्रेस के प्रायोजन से हो रहे किसानों के प्रदर्शन: कर्नाटक मुख्यमंत्री बोम्मई

वहीं, दूसरी ओर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि दिल्ली और अन्य जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को कांग्रेस या देश में विदेशी एजेंटों द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है।

कांग्रेस विधायक ने किया पलटवार

मुख्यमंत्री की टिप्पणी के बाद कांग्रेस विधायक दिनेश गुंडू राव ने इसे किसानों का अपमान बताया और कहा कि सरकार को विरोध करने वालों को गिरफ्तार करना चाहिए, अगर सीएम के पास सबूत हैं। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक ने कहा कि हमने उनसे मंहगाई, रसोई गैस, ईंधन की कीमत के बारे में पूछा लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सीएम साहब इन सब चीजों से अनजान हैं।

बता दें कि भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने साल की शुरुआत में राज्य की राजधानी बेंगलुरु की अपनी यात्रा के दौरान किसानों से शहर में विरोध करने का आह्वान किया था। तब टिकैत ने कहा था कि जब तक तीन कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता है, और एमएसपी से संबंधित कोई कानून नहीं आ जाता है, आपको कर्नाटक में भी इस आंदोलन को जारी रखने की जरूरत है।

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