Coronavirus: कांग्रेस ने कहा- सरकार लॉकडाउन में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत नहीं कर सकी
कांग्रेस नेता वल्लभ ने कहा कि सरकार घटिया सामग्री लाकर लोगों के स्वास्थ्य से समझौता कर रही है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस ने देश में कोविड-19 के मामले बढ़ने पर रविवार को चिंता व्यक्त करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि उसने लॉकडाउन की अवधि में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत नहीं कर समय की बर्बादी की है। वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने सवाल किया कि सरकार 22 जून, तक सिर्फ 1,340 वेंटिलेटर क्यों खरीद सकी, जबकि 31 मार्च को 50 हजार वेंटिलेटरों का ऑर्डर दिया गया था। उन्होंने कहा कि असल खरीद भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के दावे के विपरीत है, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में जून के अंत तक 60,000 वेंटिलेटर होंगे।
कांग्रेस ने कहा- वेंटिलेटरों के लिए ऑर्डर देने में भ्रम की स्थिति रही
वल्लभ ने यह भी आरोप लगाया कि वेंटिलेटरों के लिए ऑर्डर देने में भ्रम की स्थिति रही तथा देरी की गई, वित्तीय अव्यवस्था हुई, पीएम-केयर्स फंड के पैसे को खर्च करने में पारदर्शिता की कमी रही और घटिया वेंटिलेटरों की आपूíत हुई।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा- देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले चिंताजनक है
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, देश में जिस तरह से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, यह चिंताजनक है। मैं प्रार्थना करता हूं कि चरम जल्दी आए और देश को वायरस से छुटकारा मिले। उन्होंने कहा, लॉकडाउन एक पॉज (ठहराव) बटन था। इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए किया जाना चाहिए था। लेकिन, सरकार ने समय बर्बाद किया और वेंटिलेटर की खरीद में कुप्रबंधन में संलिप्त रही।
सरकार घटिया सामग्री लाकर लोगों के स्वास्थ्य से समझौता कर रही
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पीएम-केयर्स फंड से 50,000 वेंटिलेटर खरीदने के लिए दो हजार करोड़ रुपये आवंटित हुए। हर वेंटिलेटर की कीमत करीब चार लाख रुपये थी, जबकि एक कंपनी सरकार को डेढ़ लाख रुपये में वेंटिलेटर की आपूर्ति कर रही है। सरकार द्वारा कुछ निजी कंपनियों से घटिया सामान और वेंटिलेटर खरीदने का आरोप लगाते हुए वल्लभ ने कहा कि सरकार घटिया सामग्री लाकर लोगों के स्वास्थ्य से समझौता कर रही है।