कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन, ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी; हिरासत में सुरजेवाला
राहुल गांधी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे। वहीं धारा 144 को तोड़कर टैक्टर चलाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने रणदीप सुरजेवाला और बीवी श्रीनिवास को हिरासत में लिया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को नए कृषि कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा। वहीं, दिल्ली पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन कर ट्रैक्टर मार्च निकालने पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, युवा कांग्रेस प्रमुख श्रीनिवास बीवी और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया हा।
कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरा देश जानता है कि ये कानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के पक्ष में हैं। ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं। ये काले कानून हैं। सरकार किसानों की आवाज दबा रही हैं और संसद में चर्चा नहीं होने दे रहे हैं। मैं किसानों के संदेश को पार्लियामेंट तक लेकर आया हूं। Delhi: Congress leader Rahul Gandhi drives a tractor to reach Parliament, in protest against the three farm laws pic.twitter.com/JJHbX5uS5L
नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देते हुए वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि सरकार मानती है कि किसान बहुत खुश हैं और जो (विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान) बाहर बैठे हैं वे आतंकवादी हैं। लेकिन हकीकत में किसानों के अधिकार छीने जा रहे हैं।
किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020; मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान अधिकारिता और संरक्षण) समझौता को लेतर किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है।
गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दिया था। कांग्रेस ने पेगासस स्पाइवेयर का उपयोग कर जासूसी के आरोपों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों में विरोध मार्च भी निकाला। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि पेगासस स्पाइवेयर के जरिए कई भारतीय राजनेताओं, पत्रकारों, वकीलों और कार्यकर्ताओं की जासूसी कराइ गई।