सांसदों के निलंबन को लेकर स्पीकर ओम बिरला से मिले अधीर रंजन चौधरी, लोकसभा अध्यक्ष ने दिया आश्वासन

बुधवार के दिन लोकसभ का मॉनसून सत्र बुरी तरह बाधित होता दिखा। सत्र में सांसदों द्वारा स्पीकर की तरफ पर्चे फेकने और असम्मानजनक बर्ताव किया गया जिसकी वजह से लोकसभा के 10 सांसदों को सदन से निलंबित भी किया जा सकता है।

By Avinash RaiEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 04:19 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 04:19 PM (IST)
सांसदों के निलंबन को लेकर स्पीकर ओम बिरला से मिले अधीर रंजन चौधरी, लोकसभा अध्यक्ष ने दिया आश्वासन
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद बुधवार को स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की

 नई दिल्ली, एएनआइ। बुधवार के दिन लोकसभ का मॉनसून सत्र बुरी तरह बाधित होता दिखा। सत्र में सांसदों द्वारा स्पीकर की तरफ पर्चे फेकने और असम्मानजनक बर्ताव किया गया, जिसकी वजह से लोकसभा के 10 सांसदों को सदन से निलंबित भी किया जा सकता है। तो वहीं लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद बुधवार को स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की। उन्होंने अध्यक्ष से सांसदों को निलंबित न करने का आग्रह किया।

कांग्रेस सूत्रों को कहना है कि लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और स्पीकर ओम बिरला की मुलाकात सांसदों को निलंबित न करने को लेकर हुई थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आश्वासन दिया है कि फिलहाल किसी का निलंबन नहीं किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि सांसद लोगों की चिंता उठा रहे हैं इसलिए केंद्र सरकार विपक्षी सांसदों की नहीं सुन रही हैं।

संसद के मॉनसून सत्र की कार्यवाही पेगासस जासूसी कांड, महंगाई और कृषि कानूनों की वजह से बुरी तरह बाधित हो रही हैं। बुधवार के दिन पर्चे फेकने और असम्मानजनक बर्ताव की वजह से सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित किया गया, पहले दोपहर 12:30 तक और फिर 2 बजे।

इन सांसदों को किया जा सकता था निलंबित

सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, सांसद गुरजीत सिंह औजला, सांसद वी वैथिलिंगम, सांसद मणिकम टैगोर, सांसद हिबी ईडेन, सांसद जोति मणि सेन्नमलई, सांसद सप्तगिरि संकर उलका, सांसद टीएन प्रथापन और सांसद ए एम आरिफ का निलंबन हो सकता है।

केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की योजना बनाने के लिए 14 विपक्षी दलों ने एक मीटिंग की। मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस जासूसी केस, महंगाई और किसानों के मुद्दे पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे।

यह 14 दल मीटिंग में शामिल हुए

कांग्रेस, केरल कांग्रेस (एम), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, एसएस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, आम आदमी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, राष्ट्रीय समाज पार्टी, विदुथालाई चिरुथैगल कच्ची और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम।

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